रांची : रिम्स के माइक्रोबायोलाजी विभाग के एचओडी डा. मनोज कुमार ने पत्रकारों को बताया कि पीडियाट्रिक विभाग के डा. राजीव मिश्रा की यूनिट में एक बच्चे का सैंपल लिया गया था। जेनेटिक्स एंड जिनोमिक्स विभाग में जांच में बच्चे में एवियन फ्लू की पुष्टि हुई है। बच्चा रामगढ़ के संदवाडीह का रहने वाला है। हालांकि, डाक्टरों का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है, बच्चे को आइसोलेशन में रखा गया है।
एवियन फ्लू एच3एन2 संक्रमण पाया गया
यह बीमारी पक्षियों में बर्ड फ्लू कहा जाता है, लेकिन जब यह मनुष्यों में होती है तो इसे एवियन फ्लू कहा जाता है। बताया कि अभी तक का राज्य का यह पहला मामला है, जिसमें मनुष्य में एवियन फ्लू एच3एन2 संक्रमण पाया गया है। अभी तक पक्षियों में बर्ड फ्लू (एच5एन2) के कई मामले सामने आए हैं, जिनमें कई बार मुर्गियों, बत्तख समेत अन्य पक्षियों के मरने की सूचना मिलती रही है।
रोकथाम को लेकर शुक्रवार को एडवाइजरी जारी
इस नए मामले के बाद डाक्टरों का कहना है कि कोरोना काल में जो सावधानी बरती जाती थी, वर्तमान में भी उसका अनुपालन करना उचित होगा। इधर, रिम्स में एच3एन2 के मरीज मिलने के बाद इसकी रोकथाम को लेकर शुक्रवार को एडवाइजरी जारी कर दी गई।
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