पेजर, जिसे ‘बीपर’ भी कहा जाता है, एक छोटा, पोर्टेबल संचार उपकरण है जो रेडियो फ्रीक्वेंसी सिग्नल के माध्यम से संक्षिप्त संदेश प्राप्त करता है। यह उपकरण मोबाइल फोन के व्यापक उपयोग से पहले बहुत लोकप्रिय था और विशेष रूप से डॉक्टरों, पत्रकारों, तकनीशियनों और प्रबंधकों जैसे पेशेवरों के लिए महत्वपूर्ण था। हाल ही में, हिज़बुल्लाह द्वारा उपयोग किए जा रहे पेजर में विस्फोट होने की खबरें सामने आई हैं, जिससे लेबनान में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई और लगभग 3,000 लोग घायल हो गए। यह विस्फोट तब हुआ जब इज़राइली खुफिया एजेंसी मोसाद ने हिज़बुल्लाह द्वारा आयात किए गए 5,000 पेजर में विस्फोटक सामग्री लगा दी थी।

इस घटना के बाद, लेबनान सरकार ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और सुरक्षा उपायों को कड़ा कर दिया है। सरकार ने यह भी कहा है कि वे इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं। हिज़बुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह ने अपने सदस्यों और उनके परिवारों को मोबाइल फोन का उपयोग बंद करने और पेजर का उपयोग जारी रखने का निर्देश दिया था, क्योंकि पेजर को ट्रैक करना मुश्किल होता है। पेजर एकतरफा रिसीवर होते हैं, जिसका मतलब है कि वे बेस स्टेशन को कोई जानकारी वापस नहीं भेजते, जिससे इन्हें ट्रैक करना लगभग असंभव होता है।

इस घटना के बाद, जनता में भारी आक्रोश और भय का माहौल है। लोग सरकार से सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने की मांग कर रहे हैं। कई लोग इस घटना को लेबनान की सुरक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती मान रहे हैं और सरकार से त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं। इस बीच, हिज़बुल्लाह ने अपने सदस्यों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करने का निर्देश दिया है। इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि पुरानी तकनीकें भी कभी-कभी नए संकटों का कारण बन सकती हैं।










