आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी और उनकी पार्टी वाईएसआरसीपी पर तिरुपति मंदिर की पवित्रता को भंग करने का गंभीर आरोप लगाया है। पवन कल्याण ने कहा कि मंदिर परिसर में शराब और मांसाहारी भोजन की आपूर्ति की गई थी, जिससे मंदिर की पवित्रता को ठेस पहुंची है। यह आरोप तब सामने आया जब तिरुपति लड्डू में पशु वसा और अन्य अशुद्धियों के मिश्रण की पुष्टि हुई। पवन कल्याण ने कहा कि यह एक गंभीर मामला है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने की भी मांग की है।
सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एक विशेष समिति का गठन किया है। आंध्र प्रदेश भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) इस मामले की गहन जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि प्रसादम में पशु वसा और अन्य अशुद्धियों का मिश्रण था। सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। तिरुपति मंदिर ट्रस्ट ने भी इस मामले में कानूनी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है।
जनता की प्रतिक्रिया भी इस मामले पर तीव्र रही है। कई भक्तों ने इस घटना पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया है और मंदिर की पवित्रता को बनाए रखने की मांग की है। सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे पर बहस छिड़ी हुई है। सरकार और मंदिर प्रशासन ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है और जांच पूरी होने तक किसी भी निष्कर्ष पर न पहुंचने की सलाह दी है। इस घटना ने धार्मिक समुदाय में गहरी चिंता और आक्रोश पैदा किया है, और लोग दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।