बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी अक्षय शिंदे के हिंसक होने का कारण विशेष लोक अभियोजक उज्ज्वल निकम ने हाल ही में खुलासा किया। निकम ने बताया कि शिंदे को यह एहसास हो गया था कि वह कानून से बच नहीं सकता, जिससे वह हिंसक हो गया और पुलिस पर हमला कर दिया। यह घटना तब हुई जब पुलिस शिंदे को गिरफ्तार करने के लिए पहुंची थी। शिंदे ने अचानक पुलिस पर गोली चला दी, जिससे दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की, जिसमें शिंदे की मौत हो गई।
सरकार ने इस मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने उचित कार्रवाई की है। पुलिस ने बताया कि शिंदे के खिलाफ पहले से ही कई गंभीर आरोप थे और वह एक खतरनाक अपराधी था। पुलिस ने इस मामले की जांच तेज कर दी है और शिंदे के साथियों और अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है। पुलिस ने यह भी बताया कि शिंदे के पास से कई हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं, जो उसके आपराधिक गतिविधियों में संलिप्तता को दर्शाते हैं।
इस घटना के बाद जनता में काफी आक्रोश है। लोग इस बात से नाराज हैं कि एक आरोपी ने पुलिस पर हमला किया और दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। हालांकि, पुलिस की त्वरित कार्रवाई की भी सराहना की जा रही है। स्थानीय लोग चाहते हैं कि इस मामले की पूरी जांच हो और दोषियों को कड़ी सजा मिले। इस घटना ने एक बार फिर से कानून व्यवस्था और सुरक्षा के मुद्दों को उजागर किया है, जिससे सरकार और पुलिस प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है।










