मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया है। यह घटना 12 अक्टूबर की रात को हुई जब सिद्दीकी अपने घर लौट रहे थे। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है और जांच में लॉरेंस बिश्नोई गैंग की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि हत्या के पीछे राजनीतिक दुश्मनी हो सकती है।
मुंबई पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए कई संदिग्धों से पूछताछ की है। पुलिस का कहना है कि वे सभी संभावित कोणों से जांच कर रहे हैं और जल्द ही इस मामले में और खुलासे हो सकते हैं। महाराष्ट्र सरकार ने भी इस घटना की निंदा की है और दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ने का आश्वासन दिया है। पुलिस ने सिद्दीकी के फोन रिकॉर्ड और सीसीटीवी फुटेज की भी जांच शुरू कर दी है ताकि हत्या के पीछे के असली कारणों का पता लगाया जा सके।
बाबा सिद्दीकी के परिवार पर इस घटना का गहरा असर पड़ा है। उनके परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है और कहा है कि वे इस मामले में सख्त कार्रवाई चाहते हैं। जनता में भी इस घटना को लेकर गुस्सा और दुख है। कई लोगों ने सिद्दीकी के समर्थन में रैलियां निकाली हैं और उनकी हत्या की कड़ी निंदा की है। इस घटना ने एक बार फिर से मुंबई में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं और लोगों में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।










