झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले के सियानकेल गांव में एक परिवार के तीन सदस्य मृत पाए गए हैं। यह घटना 10 अक्टूबर को हुई, जब 57 वर्षीय दुग्लू पुरती, उनकी पत्नी 48 वर्षीय सुकबारो पुरती और उनकी 24 वर्षीय बेटी डस्किर पुरती के शव नग्न अवस्था में मिले। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह हत्या जादू-टोने के शक के कारण की गई है। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
सरकार ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और कहा है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस ने बताया कि हत्या के पीछे का मकसद अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन वे सभी संभावित कोणों से जांच कर रहे हैं। पुलिस ने यह भी कहा कि वे स्थानीय लोगों से पूछताछ कर रहे हैं और जल्द ही दोषियों को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है और लोग डरे हुए हैं।
झारखंड में जादू-टोने के शक के कारण हत्याएं कोई नई बात नहीं हैं। राज्य में कई बार इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं, जहां लोगों को जादू-टोने के शक में मार दिया जाता है। यह समस्या राज्य की सांस्कृतिक और सामाजिक संरचना से भी जुड़ी हुई है, जहां अंधविश्वास और अज्ञानता के कारण लोग इस तरह के कदम उठाते हैं। सरकार और सामाजिक संगठनों को इस दिशा में जागरूकता फैलाने और अंधविश्वास को खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।










