सोमवार, 4 नवंबर को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई। सेंसेक्स और निफ्टी 50 दोनों में लगभग 2 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि मिड और स्मॉल-कैप सेगमेंट में 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 79,713.14 के स्तर पर खुला और 1 प्रतिशत से अधिक गिरकर 78,349 के स्तर पर पहुंच गया। निफ्टी 50 24,315.75 के स्तर पर खुला और 23,847 के स्तर पर गिर गया .
मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में गिरावट
बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी 2 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई। इस गिरावट के कारण बीएसई-सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण लगभग ₹439 लाख करोड़ तक गिर गया, जो पिछले सत्र में ₹448 लाख करोड़ था। इस एकल सत्र में निवेशकों को लगभग ₹9 लाख करोड़ का नुकसान हुआ .
वैश्विक अनिश्चितताओं का प्रभाव
भारतीय शेयर बाजार में इस गिरावट का मुख्य कारण वैश्विक अनिश्चितताओं को माना जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव और फेडरल रिजर्व की नीति निर्णय जैसे महत्वपूर्ण वैश्विक घटनाओं के कारण निवेशकों में अस्थिरता बढ़ गई है। इसके अलावा, तेल की कीमतों में वृद्धि और विदेशी निवेशकों की बिकवाली ने भी बाजार पर दबाव डाला है