झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में महिलाओं ने पुरुषों के मुकाबले अधिक वोट डालकर एक नया इतिहास रच दिया है। 43 सीटों पर हुए मतदान में 66.65% मतदान हुआ, जिसमें 37 सीटों पर महिलाओं की भागीदारी पुरुषों से अधिक रही। यह अंतर कई सीटों के परिणाम को प्रभावित कर सकता है। लगभग 10 सीटों पर पुरुषों के मुकाबले 10 हजार अधिक महिलाओं ने वोट किए, जबकि पांच सीटों पर यह अंतर 20 हजार से अधिक था। बड़कागांव, ईचागढ़, पूर्वी जमशेदपुर, जुगसलाई, रांची और सरायकेला में ही पुरुष मतदाता महिलाओं से आगे रहे।
महिलाओं की बढ़ती भागीदारी
2019 के विधानसभा चुनाव में भी महिलाओं ने 43 सीटों में से 22 सीटों पर पुरुषों के मुकाबले अधिक वोटिंग की थी। बरही, बड़कागांव और बरकट्ठा में वोटों का अंतर 10 हजार से अधिक था, जबकि आठ सीटों पर यह अंतर 1500 से भी कम था। इस बार के चुनाव में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी ने यह साबित कर दिया है कि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो रही हैं और चुनावी प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। महिलाओं के वोट का अंतर कई सीटों का परिणाम तय कर सकता है और यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बार के चुनाव में महिलाओं की भागीदारी का क्या असर पड़ता है।
चुनावी प्रक्रिया में महिलाओं की भूमिका
महिलाओं की बढ़ती भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो रही हैं और चुनावी प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। यह एक सकारात्मक संकेत है और इससे समाज में महिलाओं की स्थिति मजबूत होगी। चुनाव आयोग और विभिन्न संगठनों द्वारा महिलाओं को मतदान के लिए प्रेरित करने के प्रयासों का भी इसमें महत्वपूर्ण योगदान है। महिलाओं की बढ़ती भागीदारी से यह उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले समय में चुनावी प्रक्रिया में उनकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण होगी और वे समाज में अपनी स्थिति को और मजबूत करेंगी।