गिरिडीह जिले में मंईयां सम्मान योजना को लेकर गड़बड़ियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में एक ही बैंक खाते में चार लाभुकों की राशि भेजे जाने का मामला सामने आया है। यह गड़बड़ी एक कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) संचालक द्वारा की गई, जिसने अपने बेटे के बैंक खाते में चार लाभुकों की राशि डाल दी। प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और जांच शुरू कर दी है। सीएससी संचालक की आईडी रद्द करने और चारों लाभुकों को उनकी राशि वापस दिलाने की मांग की जा रही है।
बरमसिया वन पंचायत की सोनिया देवी, पानोमुनि हेंब्रम, यशोदा कुमारी और रधिया कुमारी ने मंईयां सम्मान योजना के लिए आवेदन किया था। लेकिन सीएससी संचालक कैलाश महतो ने उनके खातों की जगह अपने बेटे अभय आशीष के बैंक खाते का नंबर पोर्टल पर दर्ज कर दिया। इसके परिणामस्वरूप, योजना की राशि अभय आशीष के खाते में चली गई। बीडीओ ने सामाजिक सुरक्षा विभाग के सहायक निदेशक को इस मामले की सूचना दी और राशि की रिकवरी करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इसके साथ ही, गलत तरीके से खाता नंबर दर्ज करने के आरोप में सीएससी संचालक की आईडी रद्द करने की मांग की गई है।
इस घटना से प्रशासनिक स्तर पर हड़कंप मच गया है। अधिकारियों ने इस मामले को लेकर कड़ी कार्रवाई करने का संकेत दिया है। इस प्रकार की घटनाओं से यह साफ हो गया है कि सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता और ईमानदारी बनाए रखने की अत्यंत आवश्यकता है।