झारखंड के हजारीबाग में मंगलवारी जुलूस के दौरान मंगलवार, 25 मार्च 2025 की रात को दो समुदायों के बीच हिंसा भड़क उठी। यह घटना जामा मस्जिद चौक के पास अशोक चौक पर हुई, जहां जुलूस के दौरान डीजे पर आपत्तिजनक गाने बजाने को लेकर विवाद शुरू हुआ। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच पथराव शुरू हो गया, जिसके बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को चार राउंड हवाई फायरिंग करनी पड़ी। पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया। घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है, और प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है।
हजारीबाग के एसपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। सरकार ने विधानसभा में बताया कि दंडाधिकारी ने मामले को शांत करने की पूरी कोशिश की, लेकिन जब स्थिति बेकाबू हो गई, तो दो राउंड गोली चलानी पड़ी। हालांकि, कई मीडिया रिपोर्ट्स में चार राउंड फायरिंग की बात सामने आई है। इसके बाद एहतियात के तौर पर अतिरिक्त दंडाधिकारियों को तैनात किया गया और सड़कों पर गश्त बढ़ा दी गई। प्रशासन ने अशोक चौक पर तैनात दंडाधिकारी के जरिए पांच हिंदुओं और पांच मुस्लिमों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की, साथ ही 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी FIR दर्ज की गई।
इस घटना ने राजनीतिक तूल भी पकड़ लिया है। बीजेपी विधायक नवीन जायसवाल ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह कार्रवाई “बैलेंस” करने की कोशिश है, जबकि प्राथमिकी सिर्फ पत्थरबाजों के खिलाफ होनी चाहिए थी। विधानसभा में विपक्ष ने सवाल उठाया कि हिंदू त्योहारों के दौरान ही ऐसी घटनाएं क्यों होती हैं। दूसरी ओर, प्रशासन का कहना है कि स्थिति अब नियंत्रण में है और दोनों समुदायों को समझाने का प्रयास जारी है। इस घटना ने एक बार फिर धार्मिक आयोजनों के दौरान संवेदनशीलता और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।