आरा से भाजपा नेता अनिल टाइगर की हत्या के विरोध में रांची बंद के दौरान शहर में राजनीतिक और सामाजिक उथल-पुथल देखने को मिली। पुलिस सुबह से ही अलर्ट मोड पर थी, सड़कों पर उतरकर बंद समर्थकों को नियंत्रित करने और गिरफ्तार करने में जुटी हुई थी। इस बीच, भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव को अरगोड़ा पुलिस ने हिरासत में ले लिया। बंद समर्थकों ने सुबह से ही सड़कों पर टायर जलाकर जाम लगा दिया, जिससे यातायात बाधित हुआ और जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
इस बंद को कई राजनीतिक दलों का समर्थन मिला, जिससे प्रदर्शन का स्तर और बढ़ गया। बंद समर्थकों का आक्रोश हर तरफ देखने को मिला, उन्होंने आने-जाने वाले वाहनों को रोककर विरोध प्रकट किया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पूरी तरह से सक्रियता दिखाई और लगातार प्रयास किया कि शहर में शांति और व्यवस्था बनी रहे। इन प्रदर्शनों से शहर की सामान्य जनजीवन प्रभावित हुई, लेकिन पुलिस की सख्ती से स्थिति नियंत्रण में आने लगी।
अनिल टाइगर की हत्या के कारण हुए इस बंद ने राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है। रांची पुलिस और प्रशासन बंद समर्थकों के हर कदम पर नजर रख रही है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इस घटना ने राज्य में राजनीतिक गतिविधियों को नए आयाम दिए हैं, जहां विरोध और प्रदर्शन अब बड़ा मुद्दा बन चुका है।