डोरंडा स्थित 108 एंबुलेंस कॉल सेंटर पर स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह द्वारा गुरुवार को किए गए औचक निरीक्षण में गंभीर अव्यवस्थाओं का खुलासा हुआ। निरीक्षण के दौरान सॉफ्टवेयर अपडेट में देरी और मॉनिटरिंग की कमी के कारण मरीजों को समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने की समस्या सामने आई। इस लापरवाही पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया और एजेंसी को सख्त चेतावनी दी गई कि अगर सुधार नहीं किया गया तो अनुबंध रद्द कर दिया जाएगा।
एंबुलेंस सेवा को अधिक प्रभावी बनाने के लिए सरकार ने इसे ओला-उबर की तर्ज पर संचालित करने की योजना बनाई है। सॉफ्टवेयर अपडेट के बाद कॉल सेंटर से ही एंबुलेंस का लोकेशन, उसकी उपलब्धता और मरीज तक पहुंचने में लगने वाला समय वीडियो वॉल पर देखा जा सकेगा। यह नई व्यवस्था न केवल सेवाओं को चुस्त करेगी बल्कि मरीजों को समय पर बेहतर उपचार उपलब्ध कराने में भी सहायता करेगी।
अजय कुमार सिंह ने एंबुलेंस सेवा की सुधार प्रक्रिया को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए कहा कि हर हाल में इसे सुदृढ़ बनाया जाएगा। साथ ही, मॉनिटरिंग के अभाव में होने वाली परेशानियों को खत्म करने और समय पर एंबुलेंस उपलब्ध कराने के लिए बड़ा कदम उठाया गया है।