प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की ऐतिहासिक मुलाकात भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है। इस बैठक में व्यापार, रक्षा और तकनीक जैसे अहम मुद्दों पर गहन चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने आवास पर जेडी वेंस और उनके परिवार का गर्मजोशी से स्वागत किया। बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने जनवरी में वाशिंगटन डीसी में हुई पिछली बातचीत को याद किया और इस साल के अंत में राष्ट्रपति ट्रंप की भारत यात्रा की तैयारी पर भी चर्चा की। इस मुलाकात में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए विचारों का आदान-प्रदान किया गया।
इस बैठक के बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता भी हुई, जिसमें व्यापार टैरिफ और सहयोग बढ़ाने को लेकर चर्चा की गई। वर्तमान में भारत और अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए बातचीत के अगले चरण में हैं। अमेरिका द्वारा भारतीय उत्पादों पर लगाए गए 26% अतिरिक्त टैरिफ को फिलहाल 90 दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया है। आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह समझौता सफल होता है, तो दोनों देशों के लिए यह “विन-विन” स्थिति होगी। फरवरी में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप की मुलाकात के दौरान तय किया गया था कि 2025 तक व्यापार समझौते के पहले चरण को पूरा किया जाएगा।
जेडी वेंस की भारत यात्रा इन चर्चाओं को गति देने और नई दिशा देने के लिहाज से बेहद अहम मानी जा रही है। इस बैठक में ऊर्जा, रक्षा और रणनीतिक प्रौद्योगिकियों के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की सहमति बनी। साथ ही, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया गया। भारत-अमेरिका संबंधों की प्रगति की समीक्षा करते हुए दोनों देशों ने साझा लक्ष्यों की ओर कदम बढ़ाने की प्रतिबद्धता जाहिर की। यह मुलाकात द्विपक्षीय व्यापार को नई ऊंचाइयों पर ले जाने और आर्थिक सहयोग को अधिक सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है।