रामगढ़ जिले के सीसीएल अरगड्डा क्षेत्र अंतर्गत गिद्दी ‘ए’ कोलियरी की खुली खदान में एक दुखद हादसे ने सभी को स्तब्ध कर दिया। बीती रात, ओवरमैन के पद पर कार्यरत जय कुवर यादव ड्यूटी के दौरान होलपैक (हाइड्रोलिक एक्सकेवेटर) संख्या 61164 की चपेट में आ गए, जिसके परिणामस्वरूप उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। यह हादसा खदान के मेन फेस में हुआ, जहां जय कुवर अपने कार्य में तल्लीन थे। दुर्घटना के बाद चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना ने कोलियरी में हड़कंप मचा दिया, और मजदूरों में आक्रोश के साथ-साथ कामकाज पूरी तरह ठप हो गया।
सूचना मिलने पर सीसीएल अरगड्डा क्षेत्र के वरिष्ठ पदाधिकारी तुरंत गिद्दी अस्पताल पहुंचे। मृतक के परिजनों और यूनियन प्रतिनिधियों ने मुआवजे, नौकरी, और अन्य लाभों की मांग को लेकर प्रबंधन के साथ बैठक की। यूनियन ने प्रबंधन की कथित लापरवाही पर सवाल उठाते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की। प्रबंधन ने मुआवजे और नौकरी से संबंधित कागजी प्रक्रिया शुरू करने का आश्वासन दिया, और समाचार लिखे जाने तक यह प्रक्रिया जारी थी। मजदूरों का गुस्सा प्रबंधन की सुरक्षा उपायों में कमी और विस्थापितों के प्रति उदासीनता के खिलाफ स्पष्ट रूप से उभरकर सामने आया, जिसने कोलियरी में तनावपूर्ण माहौल पैदा कर दिया।
यह हादसा गिद्दी ‘ए’ कोलियरी और समग्र खनन क्षेत्र में सुरक्षा मानकों की गंभीरता को फिर से रेखांकित करता है। मजदूर यूनियनों ने न केवल मृतक के परिवार के लिए न्याय की मांग की है, बल्कि भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए कड़े सुरक्षा उपायों की आवश्यकता पर भी बल दिया है। कोलियरी में कामकाज के ठप होने और मजदूरों के आक्रोश ने प्रबंधन पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई का दबाव बढ़ा दिया है। यह घटना न केवल एक परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि खनन उद्योग में श्रमिकों की सुरक्षा और उनके अधिकारों को सुनिश्चित करने की तत्काल जरूरत को भी उजागर करती है।
-रिपोर्टर: कुमार मिश्रा










