बिहार के बक्सर जिले में 17 मई 2025 को एक ऐसी घटना सामने आई, जिसने प्रशासनिक अधिकारियों के व्यवहार पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। भोजपुर-सिमरी रोड पर तटबंध और पेयजल व्यवस्था के निरीक्षण के दौरान डुमरांव SDM राकेश कुमार ने एक बालू लदे ट्रक के चालक को बीच सड़क पर थप्पड़ जड़ दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसमें SDM को चालक पर हाथ उठाते और उसकी सफाई को अनसुना करते देखा जा सकता है। जिला मजिस्ट्रेट (DM) अंशुल अग्रवाल उस समय मौके पर मौजूद थे, लेकिन उन्होंने कोई हस्तक्षेप नहीं किया। यह घटना न केवल स्थानीय लोगों में आक्रोश का कारण बनी, बल्कि सोशल मीडिया पर भी प्रशासन के रवैये की कड़ी निंदा शुरू हो गई। लोग इस व्यवहार को अस्वीकार्य बताते हुए SDM के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

वीडियो के अनुसार, SDM ने ट्रक को ग्रामीण सड़क पर चलाने और कागजात की जांच के दौरान चालक की कथित “बदतमीजी” पर गुस्सा जाहिर किया। SDM राकेश कुमार ने बाद में दावा किया कि चालक ने उत्तर प्रदेश के तीन चालान दिखाए और ग्रामीण सड़क पर ट्रक चलाकर सड़क को नुकसान पहुंचा रहा था। दूसरी ओर, चालक का कहना है कि उसके पास वैध कागजात थे और ट्रक अंडरलोड था। इस घटना ने प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं, खासकर तब जब चालक अपनी बात रखने की कोशिश कर रहा था। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में जनता ने इसे प्रशासन की दबंगई और गरीबों के प्रति असंवेदनशीलता का प्रतीक बताया। कई यूजर्स ने इसे “अधिकारी की गुंडागर्दी” करार देते हुए उच्च अधिकारियों से जांच और कार्रवाई की मांग की है।

यह घटना बक्सर ही नहीं, बल्कि पूरे बिहार में प्रशासन और आम जनता के बीच बढ़ते तनाव को उजागर करती है। जिला प्रशासन ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन ट्रक के कागजात जब्त कर जांच शुरू कर दी गई है। वायरल वीडियो ने न केवल SDM के व्यवहार को कटघरे में खड़ा किया, बल्कि प्रशासनिक अधिकारियों की जवाबदेही और नागरिकों के प्रति उनके दायित्व पर भी बहस छेड़ दी है। जनता का गुस्सा और सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाएं इस मामले को और गंभीर बना रही हैं।