रामगढ़, 20 मई 2025: रामगढ़ जिले में स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा के लिए उपायुक्त चंदन कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में सिविल सर्जन डॉ. महालक्ष्मी प्रसाद ने पूर्व में दिए गए निर्देशों के अनुपालन में किए गए कार्यों की जानकारी दी। उपायुक्त ने सदर अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के साथ-साथ मरीजों को रेफर कर निजी अस्पतालों में इलाज करने वाले चिकित्सकों पर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया। इसके अलावा, मातृत्व स्वास्थ्य और प्रसव संबंधी सुविधाओं को और प्रभावी बनाने पर जोर दिया गया।

उपायुक्त ने आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों को मिल रहे लाभ की समीक्षा की और सिविल सर्जन सहित अन्य अधिकारियों को योजना के प्रभावी संचालन के लिए हर योग्य मरीज को लाभान्वित करने का निर्देश दिया। गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच और हाई रिस्क प्रेगनेंसी की पहचान पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए। साथ ही, प्रसव के दौरान होने वाली मृत्यु के मामलों की गंभीर जांच और ऑटोप्सी सुनिश्चित करने का आदेश दिया। कुपोषित बच्चों के इलाज के लिए एमटीसी केंद्रों के संचालन को प्रभावी बनाने और समाज कल्याण विभाग से समन्वय कर इलाज सुनिश्चित करने की हिदायत दी गई।

बैठक में उपायुक्त ने 24×7 आकस्मिक सेवाओं, प्रसव सुविधाओं, और चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर जोर दिया। ब्लड बैंक के सफल संचालन और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त रोबिन टोप्पो, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी, चिकित्सा पदाधिकारी, और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मौजूद थे। यह समीक्षा बैठक रामगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने और मरीजों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

-रिपोर्टर: कुमार मिश्रा