पाकुड़, 24 मई 2025: पाकुड़ मंडलकारा में बंदियों के लिए एक नई उम्मीद की किरण जगी है। जिला प्रशासन ने 20 दिनों तक आचार, पापड़, और मसाला बनाने का प्रशिक्षण आयोजित किया, जिसका समापन शनिवार को हुआ। इस दौरान उपायुक्त मनीष कुमार, एसपी प्रभात कुमार, और जेलर दिलीप कुमार ने सफल बंदियों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया। प्रशिक्षण आरसेटी के सहयोग से आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य बंदियों को आत्मनिर्भर बनाना और समाज में सम्मानजनक जीवन जीने के लिए तैयार करना था।

बंदियों ने भावुक होकर कहा कि गलती के कारण वे जेल पहुंचे, लेकिन अब इस हुनर के जरिए वे बाहर निकलकर मेहनत से कमाई करेंगे और गलत रास्ता नहीं अपनाएंगे। उपायुक्त मनीष कुमार ने कहा कि आचार-पापड़ की स्थानीय मांग को देखते हुए यह व्यवसाय बंदियों के लिए अच्छी आमदनी का स्रोत बन सकता है। उन्होंने भविष्य में ब्लड डोनेशन, काउंसलिंग, और योगा कैंप जैसे आयोजनों की भी घोषणा की। एसपी प्रभात कुमार ने जोर देकर कहा कि बंदी भी समाज का हिस्सा हैं, और उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने का मौका देना जरूरी है।

यह पहल पाकुड़ में बंदियों के पुनर्वास और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे पहले, अप्रैल 2025 में पाकुड़ जेल में मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण भी आयोजित किया गया था।











