बिहार के बक्सर जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के अकबरपुर पंचायत के अहियापुर गांव में 24 मई 2025 को हुई गोलीबारी ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। इस दिल दहलाने वाली घटना में 35 वर्षीय मंटू सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिनके पेट और पैर में गोली लगी थी। वाराणसी के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है, जहाँ गंभीर संक्रमण के खतरे को देखते हुए डॉक्टरों को उनका एक पैर काटना पड़ा। मंटू सिंह के चचेरे भाई अजीत सिंह ने बताया कि गहरे जख्म के कारण पूरे शरीर को नुकसान होने का जोखिम था, जिसके चलते यह कठिन निर्णय लिया गया। इस घटना ने मंटू के परिवार को गहरे सदमे में डुबो दिया है।
- घटना का पृष्ठभूमि और परिवार पर प्रभाव
यह गोली कांड गिट्टी और बालू के कारोबार को लेकर लंबे समय से चले आ रहे विवाद का परिणाम था। शुक्रवार को अहियापुर गांव के निवासी विनोद यादव और सुनील यादव का कुछ लोगों से इस व्यवसाय को लेकर विवाद हुआ था, जो शनिवार सुबह हिंसक रूप ले लिया। नहर किनारे टहल रहे विनोद सिंह, सुनील सिंह और वीरेंद्र सिंह पर हथियारबंद हमलावरों ने अंधाधुंध फायरिंग की, जिसमें तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। मंटू सिंह और पुंज सिंह यादव गंभीर रूप से घायल हुए। मंटू की हालत अब भी चिंताजनक है, हालाँकि उनके स्वास्थ्य में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। इस त्रासदी ने पूरे गाँव में मातम का माहौल पैदा कर दिया है, और मृतकों के परिवार, विशेष रूप से सुनील सिंह की पत्नी और तीन बच्चों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। - पुलिस की कार्रवाई
घटना के बाद अहियापुर गांव में तनाव का माहौल है, और भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य ने बताया कि इस मामले में पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष के पति मनोज सिंह सहित 19 नामजद और तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। एक वायरल वीडियो में हमलावरों को खुलेआम गोलियाँ चलाते देखा गया, जिसने स्थानीय प्रशासन और पूर्व जनप्रतिनिधि की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं। गाँव के लोगों ने आक्रोश में सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया, जिसे पुलिस के आश्वासन के बाद शांत किया गया।