30 जुलाई 2025 को रामगढ़ के राधा गोविंद विश्वविद्यालय में केंद्रीय भूमि जल बोर्ड, रांची के सहयोग से भूजल संबंधित मुद्दों और प्रबंधन पर एक दिवसीय टोअर-III प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बी.एन. साह और अन्य गणमान्य अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। भूगोल विभाग के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, और सभी अतिथियों को पौधे व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कुलसचिव प्रो. (डॉ.) निर्मल कुमार मंडल ने स्वागत भाषण में भूजल संरक्षण की महत्ता पर जोर दिया, जबकि कुलाधिपति साह ने जल को जीवन का आधार बताते हुए इसके सदुपयोग और संरक्षण का आह्वान किया।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता रोज अनीता कुजूर, वैज्ञानिक ‘घ’, केंद्रीय भूमि जल बोर्ड, ने वर्षा जल संचयन, जल-बचत उपकरणों, रिसाव मरम्मत, और जल पुन: उपयोग जैसे उपायों के माध्यम से जल संरक्षण की तकनीकों पर प्रकाश डाला। वरिष्ठ वैज्ञानिक सुनील टोप्पो ने भूजल स्तर में गिरावट, अत्यधिक दोहन, प्रदूषण, और जलवायु परिवर्तन जैसे गंभीर मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की, जिसने छात्रों को इन चुनौतियों के प्रति जागरूक किया। वहीं, वरिष्ठ वैज्ञानिक सुलेखा भाया ने भूजल के सतत उपयोग के लिए प्रभावी प्रबंधन रणनीतियों की आवश्यकता पर बल दिया। इन व्याख्यानों ने छात्रों को भूजल संरक्षण के वैज्ञानिक और व्यावहारिक पहलुओं से अवगत कराया।
कार्यक्रम के अंत में केंद्रीय भूमि जल बोर्ड द्वारा सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाणपत्र वितरित किए गए, जो उनके लिए एक प्रेरणा स्रोत बने। वैज्ञानिक सपना साक्षी (ग्रेड बी) ने कुशलतापूर्वक कार्यक्रम का संचालन किया। इस आयोजन में विश्वविद्यालय के प्रो. (डॉ.) अशोक कुमार, प्रबंध समिति सदस्य अजय कुमार, और भूगोल विभाग के व्याख्याता बुद्धदेव महतो, डॉ. दिलेश्वर प्रसाद, और मासूम कुमार सहित बोर्ड के वैज्ञानिक और कर्मचारी उपस्थित रहे।