रामगढ़ के चितरपुर प्रखंड में स्थित आवासीय विकलांग विद्यालय, सुकरीगढ़ा में 6 अगस्त 2025 को राधा गोविंद विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग के छात्र-छात्राओं ने एक शैक्षणिक भ्रमण किया, जिसका उद्देश्य समावेशी शिक्षा के माध्यम से दिव्यांग विद्यार्थियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना था। इस भ्रमण में प्रशिक्षु छात्रों ने विद्यालय के शिक्षकों के साथ मिलकर विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के शैक्षिक और सामाजिक पहलुओं पर गहन चर्चा की। इसके साथ ही, उन्होंने गीत-संगीत, खेल-कूद जैसी गतिविधियों में हिस्सा लिया, जिसने न केवल बच्चों के चेहरों पर मुस्कान बिखेरी, बल्कि प्रशिक्षुओं को भी समावेशी शिक्षा की गहरी समझ प्रदान की। यह आयोजन शिक्षा के क्षेत्र में समावेशिता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।

भ्रमण के दौरान प्रशिक्षुओं ने सुकरीगढ़ा विद्यालय के छात्रों के साथ भावनात्मक और सांस्कृतिक जुड़ाव स्थापित किया। उन्होंने खाद्य सामग्री और विभिन्न उपहारों का वितरण किया, जिससे बच्चों में उत्साह और खुशी का माहौल बना। प्रशिक्षुओं ने इस अनुभव को अत्यंत शिक्षाप्रद बताया और इसे अपने भविष्य के शिक्षण कार्यों में लागू करने का संकल्प लिया। विद्यालय के प्राचार्य नीलमोहन महतो ने इस पहल की सराहना करते हुए राधा गोविंद विश्वविद्यालय परिवार को धन्यवाद दिया। यह भ्रमण न केवल शैक्षिक था, बल्कि यह सामाजिक समावेशिता और संवेदनशीलता को बढ़ावा देने वाला भी था, जो विशेष बच्चों के प्रति समाज की जिम्मेदारी को रेखांकित करता है।

इस आयोजन को विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बी.एन. साह ने समावेशी शिक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताते हुए हार्दिक शुभकामनाएं दीं। सचिव प्रियंका कुमारी, कुलसचिव प्रो. (डॉ.) निर्मल कुमार मंडल, वित्त एवं लेखा पदाधिकारी डॉ. संजय कुमार, परीक्षा नियंत्रक प्रो. (डॉ.) अशोक कुमार और प्रबंध समिति सदस्य अजय कुमार ने भी इस शैक्षणिक भ्रमण की प्रशंसा की। मौके पर शिक्षा विभाग के डॉ. अंजू तिवारी, डॉ. रंजना पाण्डेय, डॉ. अरबिंद कुमार, डॉ. उमेश चंद्र महतो, डॉ. अमरेश कुमार पाण्डेय, डॉ. अनामिका कुमारी, डॉ. राकेश रंजन और अर्चना राणा उपस्थित थे।