राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिकी राजधानी वाशिंगटन डीसी में कानून और व्यवस्था को मजबूत करने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। उन्होंने 800 नेशनल गार्ड सैनिकों की पूर्ण तैनाती का आदेश दिया है, जिसे पेंटागन ने 14 अगस्त को लागू कर दिया। पेंटागन के प्रेस सचिव किंग्सले विल्सन ने बताया कि ये सैनिक जॉइंट टास्क फोर्स डीसी के तहत मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग और संघीय एजेंसियों के साथ मिलकर काम करेंगे। उनका मुख्य उद्देश्य स्मारकों की सुरक्षा, सामुदायिक गश्त, संघीय सुविधाओं की रक्षा और ट्रैफिक नियंत्रण बिंदुओं का प्रबंधन करना है। यह कदम ट्रम्प प्रशासन की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसे वे राजधानी में अपराध और अशांति को कम करने के लिए “ऑपरेशन लिबरेशन डे” कह रहे हैं।
यह तैनाती वाशिंगटन डीसी की अनूठी स्थिति को दर्शाती है, जहां नेशनल गार्ड सीधे राष्ट्रपति के नियंत्रण में होती है, न कि किसी राज्यपाल के। ट्रम्प ने इस अधिकार का उपयोग करते हुए बिना किसी औपचारिक संघीकरण की आवश्यकता के सैनिकों को सक्रिय किया है। हालांकि, आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, वाशिंगटन में 2024 में हिंसक अपराध पिछले वर्ष की तुलना में कम हुआ है। फिर भी, ट्रम्प प्रशासन ने हाल के कुछ हाई-प्रोफाइल अपराधों, जैसे कि एक पूर्व सरकारी कर्मचारी पर हमले का हवाला देते हुए इस “आपातकाल” की घोषणा की है। यह कदम डीसी के स्थानीय नेताओं, जैसे मेयर मुरिएल बोउज़र, के लिए “परेशान करने वाला और अभूतपूर्व” माना जा रहा है, जिन्होंने इसे होम रूल एक्ट के तहत स्थानीय शासन पर अतिक्रमण बताया है।
नेशनल गार्ड की यह तैनाती तब तक प्रभावी रहेगी, जब तक राष्ट्रपति ट्रम्प यह निर्धारित नहीं करते कि वाशिंगटन डीसी में कानून और व्यवस्था पूरी तरह बहाल हो गई है। सैनिकों को डी-एस्केलेशन रणनीतियों और बल प्रयोग के नियमों पर अतिरिक्त प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे नागरिकों के साथ संवेदनशीलता से काम कर सकें। ट्रम्प ने संकेत दिया है कि यदि आवश्यक हुआ, तो अन्य राज्यों से भी नेशनल गार्ड इकाइयों को बुलाया जा सकता है। इस बीच, डीसी मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग संघीय नियंत्रण में काम करेगा, जिसका नेतृत्व अटॉर्नी जनरल पाम बोंडी और ड्रग एनफोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन के प्रशासक टेरी कोल करेंगे।