पटना: बिहार की सियासत में 2024 का रंग चढ़ने लगा है. 25 फरवरी यहां पर शक्ति प्रदर्शन का दिन है. बीजेपी और महागठबंधन दोनों इस दिन अपनी ताकत दिखाएंगे. सात पार्टियों वाला महागठबंधन पूर्णिया में रैली करने वाला है. तो वहीं बीजेपी की तरफ से केंद्रीय गृह मत्री अमित शाह वाल्मीकिनगर और पटना रैली करेंगे. अब सियासी हवा को नापने वाले दोनों ही रैलियों में उमड़ी भीड़ पर नजर रखेंगे और जिसमें ज्यादा उपस्थिति होगी 2024 में उस तरफ जनता के मूड के तौर पर देखा जाएगा. दोनों की तरफ से रैली को लेकर जोरदार तैयारी चल रही है. भीड़ जुटाने को लेकर बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी जा रही है.
अमित शाह का ‘मिशन बिहार’
25 फरवरी को अमित शाह पटना में स्वामी सहजानंद सरस्वती जयंती समारोह में शिरकत करने आएंगे. वाल्मीकिनगर में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे. बिहार, बीजेपी के लिये कितना जरुरी ये अमित शाह और जेपी नड्डा के लगातार हो रहे दौरों से ही पता चल जाता है. 2019 में बीजेपी ने यहां पर जेडीयू और एलजेपी के साथ मिलकर लोकसभा का चुनाव लड़ा था और 40 से 39 सीटों पर जीत हासिल की थी. लेकिन अब परिस्थिति थोड़ी अलग है. नीतीश एनडीए का साथ छोड़ चुके हैं. रामविलास पासवान के निधन के बाद उनकी एलजेपी भी दो भागों में टूट चुकी है.
हम ‘सात’ साथ हैं
महागठबंधन सीमांचल में अपनी रैली करने जा रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव सात दलों को साथ लेकर पूर्णिया में अपनी ताकत दिखाएंगे. महागठबंधन में सात दल शामिल हैं ऐसे में इस रैली में किस दल से कितना सहयोग मिलता है इसका आंकलन भीड़ देख कर किया जाएगा.