रांची : 60ः40 नियोजन नीति के खिलाफ छात्र संगठनों ने बुधवार को झारखंड बंद किया है। जिसका असर राज्य के कई जिलों में दिखा है। बंद को देखते हुए पुलिस मुख्यालय की ओर से सभी जिले के एसएसपी और एसपी को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है। बंद के दौरान सुरक्षा में कहीं कोई चूक ना हो, इसका विशेष ध्यान रखने की बात पुलिस मुख्यालय ने जारी किया है। सभी जिले में संवेदनशील जगहों को चिन्हित कर वहां विशेष सुरक्षा व्यवस्था तैनात करने को कहा है। बंद समर्थकों से निपटने के लिए राज्यभर में 5 हजार अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है। पुलिस मुख्यालय की ओर से राज्य के विभिन्न जिलों में सुरक्षा व्यवस्था की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।
रांची में 2500 से अधिक पुलिस फोर्स की तैनाती
नियोजन नीति के खिलाफ झारखंड बंद को लेकर रांची पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। सुरक्षा को लेकर रांची में 2500 से अधिक पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है। इसमें झारखंड जगुआर, जिला पुलिस, आईआरबी के अलावा रैफ के जवान भी शामिल हैं।
सीसीटीवी के माध्यम से उपद्रवियों पर नजर
पूरे राज्य में वीडियोग्राफी की व्यवस्था की गई है, ताकि बंद की आड़ में कहीं कोई उपद्रव या तोड़फोड़ करता है तो उसकी पहचान कर विधि सम्मत कार्रवाई की जा सके। इसके अलावा सीसीटीवी से भी मॉनिटरिंग की व्यवस्था की गई है। सीसीटीवी के माध्यम से उपद्रवियों पर नजर रहेगी। वहीं बंदी को देखते हुए राज्य के अधिकांश प्राइवेट स्कूल बंद रहेंगे।
1932 खतियान के आधार पर चाहते हैं राज्य की नियोजन नीति
छात्र 1932 के खतियान के आधार पर नियोजन नीति बनाने की मांग कर रहे हैं और कैबिनेट से स्वीकृत 60:40 की नीति को रद करने को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। पिछली सरकार ने नियुक्तियों में 50% आरक्षण दिया था। पर इसमें ईडब्ल्यूएस का 10% आरक्षण जुड़ जाने से आरक्षण की सीमा 60% हो गई। ऐसे में 40% सीट ओपन टू ऑल है। मतलब 40% सीट पर किसी भी राज्य के उम्मीदवार नियुक्त हो सकते हैं। इसी को दरकिनार कर 1932 के खतियान आधारित नीति की मांग पर अड़े हैं।