नई दिल्ली : जंतर मंतर पर देर रात पहलवानों पर दिल्ली पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस घटना में कई खिलाड़ियों को गंभीर रूप से चोटें आयीं। पहलवानों ने दिल्ली पुलिस पर अभद्रव्यवहार का आरोप लगाया। कहा कि दिल्ली ने महिला रेसलर्स के साथ धक्का-मुक्की की और बाल खींच कर मारपीट की। देर हुए घटना को लेकर पहलवान काफी आहत हैं। रो-रोकर उनका बुरा हाल है। इधर पहलवानों की ओर से एक चिट्ठी लिखी गई है। विनेश फोगाट ने पुलिस कमिश्नर को एक चिट्ठी लिखी है।

विनेश फोगाट ने क्या लिखी चिट्ठी ?
महिला पहलवान विनेश फोगाट ने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को शिकायती पत्र लिखकर पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया है। विनेश ने शिकायत में कहा, वरिष्ठ एसीपी धर्मेंद्र ने धरना दे रहे पहलवानों को जंतर-मंतर खाली करने के लिए भी धमकाया। विनेश ने वरिष्ठ एसीपी धर्मेंद्र पर खुद को भद्दी-भद्दी गालियां देने का भी आरोप लगाया है और पुलिस कमिश्नर से सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

पुलिस ने सोमनाथ भारती पर लगाया आरोप
डिप्टी कमिश्नर प्रणव तयाल ने कहा, आप नेता सोमनाथ भारती फोल्डिंग बेड लेकर पहुंचे थे। सोमनाथ भारती ने इसके लिए अनुमति नहीं ली थी। दिल्ली पुलिस ने इस पर उन्हें रोका। पुलिसकर्मियों की ओर से रोके जाने के बाद वहां मौजूद सोमनाथ भारती के समर्थक उत्तेजित हो गए और ट्रक से बेड निकालने की कोशिश करने लगे। उन्होंने बताया कि इसके बाद मामूली कहासुनी हुई जिसके बाद भारती और दो अन्य को हिरासत में ले लिया गया।
‘किसी भी प्रदर्शनकारी के साथ नहीं हुई मारपीट’
वहीं, एक अन्य पुलिकर्मी ने बताया, कुछ लोगों ने प्रदर्शन स्थल पर फोल्डिंग बेड लाने की कोशिश की। जब पुलिसकर्मियों ने उनसे पूछा तो वे आक्रामक हो गए और प्रदर्शनकारी पहलवान भी उनके साथ हो गए। उन्होंने एक पुलिसकर्मी को गलत तरीके से रोका और उस पर नशे में होने का आरोप लगाया। जबकि यह मामला नहीं था। पुलिस की तैनाती की गई है, अब स्थिति नियंत्रण में है। किसी भी प्रदर्शनकारी के साथ मारपीट नहीं की गई।
बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप
पहलवान 23 अप्रैल से धरना दे रहे हैं। इससे पहले 18 जनवरी को पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया था।तब पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह और कोच पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न, अभद्रता, क्षेत्रवाद जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। हालांकि, खेल मंत्रालय के दखल के बाद पहलवानों ने अपना धरना खत्म कर दिया था। तब खेल मंत्रालय ने पहलवानों द्वारा लगाए जा रहे आरोपों की जांच के लिए कमेटी का गठन किया था। अब तीन महीने बाद पहलवान फिर धरना दे रहे हैं। पहलवानों ने अब कमेटी पर ही सवाल खड़े किए हैं।









