Desk. हरियाणा में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है। इसको लेकर सीएम मनोहर लाल खट्टर पूरे प्रदेश में जन संवाद कार्यक्रम कर रहे हैं। इस कड़ी में सीएम खट्टर ने महेंद्रगढ़ में तीन दिवसीय जनसंवाद कार्यक्रम किया। इस दौरान शुक्रवार को लोगों ने विरोध जताते हुए मुख्यमंत्री का घेराव किया और उन्हें चार घंटे तक बंधक बना लिया। काफी देर तक गहमागहमी के बाद लोग वहां से हटे।
बता दें कि हरियाणा में इस समय भारतीय जनता पार्टी और जननायक जनता पार्टी के गठबंधन की सरकार है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अपना दूसरा कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। राज्य में खट्टर सरकार के 9 वर्ष बीत चुके हैं। लेकिन अगले साल होने वाले चुनाव से पहले हरियाणा में लोग सरकार से नाराज है।
दरअसल, मनोहर लाल खट्टर तीन दिवसीय जनसंवाद के लिए महेंद्रगढ़ पहुंचे थे। यहां शुक्रवार को सीएम के कार्यक्रम का आखिरी दिन था। शुक्रवार को महेंद्रगढ़ के सीमहा गांव में सीएम का प्रोग्राम था। सीएम की सभा के दौरान ही सीमहा के लोगों ने गांव को उप तहसील बनाने की मांग की। सीएम ने जनता की मांग मानी और सीमहा को उप तहसील बनाने का ऐलान कर दिया।
इसके बाद सीएम खट्टर का पड़ोस के गांव दोंगडा में नाइट हॉल्ट था। रात्रि विश्राम के लिए सीएम जैसे ही दोंगडा पहुंचे वहां लोगों ने उनके स्वागत के बजाए विरोध करना शुरू कर दिया। विरोध कर रहे लोगों का तर्क था कि सीमहा से बड़ा गांव दोंगडा है। उप तहसील सीमहा नहीं दोंगडा को बनाया जाना चाहिए। दोंगडा में सीएम का विरोध देख पूर्व शिक्षामंत्री राम विलास शर्मा, स्थानीय विधायक लोगों को समझाने आए लेकिन लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ।