नई दिल्ली : नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर दिया है। इस भव्य आयोजन में कई लोगों की उपस्थिति रही। नए संसद भवन की पूजा पीएम मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने की। कार्यक्रम की शुरुआत में अधीनम ने पीएम मोदी को वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सेंगोल यानी राजदंड दिया। सेंगोल को हाथों में लेने से पहले पीएम मोदी ने राजदंड को दंडवत प्रणाम किया। इसके बाद उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ नए संसद भवन में सेंगोल को स्थापित किया।
काफी आलीशान है नया संसद भवन
नए संसद भवन का उद्घाटन करने के साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि यह भव्य और दिव्य है। प्रधानमंत्री ने कहा कि नया संसद भवन राष्ट्र को समृद्धि और सामर्थ्य प्रदान करेगा। बता दें कि नए संसद भवन काफी आलीशान है और पुरानी संसद से काफी बड़ा है। नया सांसद भवन पूरी तरह से डिजिटलाइज्ड होगा और पेपर वर्क बहुत कम होगा। इस संसद में 92 कार्यालय मंत्रियों के लिए बनाए गए हैं।
आइए जानते हैं नए संसद भवन के 10 महत्वपूर्ण बांतें
- नया संसद भवन त्रिकोणीय आकार का है। नया संसद भवन जिस जमीन पर बना है वह तिकोना है। वास्तुकार के अनुसार तिकोना आकार विभिन्न धर्मों में पवित्र ज्यामिति का संकेत है।
- नए संसद भवन में तीन मंजिला और 64,500 वर्ग मीटर का एरिया है। New Parliament के लोकसभा में 888 सीटें होंगी। सेंट्रल हॉल के अभाव में लोकसभा का उपयोग दोनों सदनों की संयुक्त बैठक के लिए किया जा सकता है। एक साथ संसद भवन में 1272 लोग बैठ सकते हैं।
- संसद के नए भवन में लोक सभा कक्ष को मोर की थीम पर बनाया गया है। इसमें दीवार और छत पर नक्काशीदार मोर के पंख से तैयार किए गए डिजाइन हैं। राज्यसभा कक्ष को लाल कालीन के साथ इसकी थीम के रूप में कमल से सजाया गया है।
- लोकसभा और राज्यसभा में एक मंच पर दो सांसद बैठेंगे और हर सांसद के डेस्क पर टचस्क्रीन होगी। राज्य सभा कक्ष में 384 सदस्य बैठ सकते हैं।
- नए संसद भवन में एक संविधान हाल है, जहां भारत के लोकतंत्र की यात्रा को डॉक्यूमेंट के रूप में समेटा गया है। महात्मा गांधी की 16 फुट ऊंची कांस्य प्रतिमा पुरानी और नई इमारत के बीच लोन में रहेगी।
- पुराने संसद में तीन समिति कक्ष थे लेकिन नए संसद में 6 नए समिति कक्ष हैं। मंत्री परिषद के कार्यालय के रूप में 92 कमरे बनाए गए हैं।
- नए संसद को बनाने के लिए पूरे देश से निर्माण सामग्री लाई गई है। इसमें धौलपुर के सरमथुआ से बलुआ पत्थर, राजस्थान के जैसलमेर के लाखा गांव से ग्रेनाइट पत्थर आदि शामिल है। साज सज्जा में प्रयोग की गई लकड़ी नागपुर से आई है और मुंबई के शिल्पकार ने लकड़ी के वास्तुशिल्प को डिजाइन किया है। उत्तर प्रदेश के भदोही के बुनकरों ने नई संसद के लिए हाथ से बुने कालीन बनाए हैं।
- नया संसद भवन राष्ट्रीय प्रतीक से भरा हुआ है। इसमें अशोक का शेर भी शामिल है जिसका वजन 95 सौ किलोग्राम है और ऊंचाई 6।5 मीटर है। नई संसद के प्रवेश द्वार पर अशोक चक्र और सत्यमेव जयते शब्द पत्थर से लिखे गए हैं।
- नए संसद भवन की लागत के बारे में अब तक नहीं बताया गया है, लेकिन टाटा को शुरुआती ठेका 862 करोड़ रुपए में दिया गया था। जब तक प्रोजेक्ट शुरू हुआ तब तक लागत बढ़कर 971 करोड रुपए हो गई। अधिकारियों का कहना है कि नए संसद भवन पर 1200 करोड़ रुपए की लागत आई है।
- नई संसद भवन में पर्यावरण के अनुकूल प्रोडक्ट का इस्तेमाल किया गया है। इसमें रिकॉर्ड, सदन की कार्रवाई, प्रश्न और अन्य कामकाज को डिजिटाइज किया जा रहा है।









