9 अगस्त 2025 को बिहार के आरा में बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ गोप गुट के जिला कार्यालय, मिल रोड पर क्रांति दिवस के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संस्थापक ‘दिशोम गुरु’ शिबू सोरेन को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर एक शोक सभा का भी आयोजन हुआ, जिसमें उनके निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता चौकीदार संघ भोजपुर के जिला अध्यक्ष और कर्मचारी महासंघ गोप गुट भोजपुर के जिला अध्यक्ष रामानंद सिंह ने की, जबकि संचालन जिला सचिव उमेश कुमार सुमन ने किया। यह आयोजन क्रांति दिवस की भावना के साथ-साथ शिबू सोरेन के संघर्ष और जनसेवा को याद करने का एक महत्वपूर्ण अवसर था।
शोक सभा में सीपीआई (माले) के वरिष्ठ नेता क्यामुद्दीन, एक्टू के वरीय नेता बाल मुकुंद चौधरी, पंचायत रोजगार सेवक संघ के उपाध्यक्ष ध्रुव पंडित, मलेरिया छिड़काव कर्मचारी संघ गोप गुट भोजपुर के मोहम्मद शमीम, सुधा डेयरी कर्मचारी संघ भोजपुर के रौशन कुमार, हर वंश सिंह, और वकील छोटे सहित कई ट्रेड यूनियन और महासंघ के सक्रिय सदस्य शामिल हुए। वक्ताओं ने शिबू सोरेन के जनजातीय समाज के उत्थान, झारखंड आंदोलन, और सामाजिक न्याय के लिए उनके अथक संघर्ष को याद किया। उनके नेतृत्व को एक प्रेरणा के रूप में रेखांकित करते हुए, उपस्थित नेताओं ने उनके आदर्शों को श्रमिकों और कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए प्रेरणास्रोत बताया।
यह आयोजन न केवल शिबू सोरेन की स्मृति को सम्मान देने का माध्यम था, बल्कि क्रांति दिवस के अवसर पर सामाजिक और आर्थिक न्याय के लिए उनके योगदान को बिहार के कर्मचारी समुदाय द्वारा याद करने का भी प्रतीक बना। आरा में यह शोक सभा झारखंड और बिहार के बीच साझा सामाजिक मूल्यों और संघर्ष की भावना को दर्शाती है। कर्मचारी महासंघ गोप गुट ने इस अवसर पर यह संकल्प लिया कि शिबू सोरेन के विचार और उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग को कर्मचारी आंदोलन में जीवित रखा जाएगा।
रिपोर्टर: श्रीवास्तव