हरियाणा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले, पूर्व बीजेपी सांसद अशोक तंवर ने कांग्रेस में वापसी कर ली है। यह घटना 3 अक्टूबर 2024 को महेंद्रगढ़ में राहुल गांधी की रैली के दौरान हुई। तंवर, जो पहले हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं, ने बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में वापसी की घोषणा की। इस मौके पर राहुल गांधी और अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने तंवर का गर्मजोशी से स्वागत किया। तंवर की वापसी को कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, खासकर चुनाव के इतने करीब।
बीजेपी ने तंवर की वापसी पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के नेताओं ने इसे तंवर की व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं का परिणाम बताया और कहा कि इससे बीजेपी की चुनावी तैयारियों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। बीजेपी के प्रवक्ता ने कहा कि तंवर का कांग्रेस में जाना उनकी पार्टी के लिए कोई बड़ा झटका नहीं है, क्योंकि बीजेपी के पास मजबूत नेतृत्व और संगठन है। उन्होंने यह भी कहा कि तंवर की वापसी से कांग्रेस को कोई विशेष लाभ नहीं होगा, क्योंकि जनता बीजेपी के विकास कार्यों और नीतियों पर विश्वास करती है।
अशोक तंवर की कांग्रेस में वापसी के पीछे कई कारण हो सकते हैं। तंवर ने अपने संबोधन में कहा कि उन्होंने कांग्रेस में इसलिए वापसी की क्योंकि वे पार्टी की विचारधारा और नीतियों में विश्वास रखते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी में रहते हुए उन्हें अपने सिद्धांतों से समझौता करना पड़ा, जो उनके लिए अस्वीकार्य था। तंवर की वापसी से कांग्रेस को हरियाणा में एक नई ऊर्जा मिल सकती है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि यह राजनीतिक कदम चुनाव परिणामों को कैसे प्रभावित करता है।