औरंगाबाद जिले के बरुन थाना क्षेत्र अंतर्गत मौआर खैरा गांव में 12 मई 2025 को एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया। 25 वर्षीय मुकेश कुमार, जिनका तिलक समारोह 16 मई और शादी 22 मई को होने वाली थी, ने गांव से 500 मीटर दूर एक पेड़ पर फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मुकेश, जो महेंद्र सिंह के सबसे छोटे पुत्र थे, ने सोमवार रात छत पर अन्य लोगों के साथ सोने के बाद सुबह 4 बजे चुपके से घर छोड़ दिया। कुछ देर बाद ग्रामीणों ने उनके शव की सूचना दी, जिसने शादी की तैयारियों में डूबे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया। परिजनों के अनुसार, मुकेश शादी से खुश थे और आत्महत्या का कोई स्पष्ट कारण नहीं दिखता।
बरुन थाना पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए शव को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भेज दिया। थानाध्यक्ष राम इकबाल यादव ने बताया कि ग्रामीणों से सुबह शव के पेड़ से लटके होने की सूचना मिली थी। पुलिस ने शव को अंत्यपरीक्षण के बाद परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया शुरू की और मामले की गहन छानबीन में जुट गई। मुकेश के चार भाइयों में सबसे छोटे होने और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले होनहार छात्र होने के कारण परिवार ने उनसे बड़ी उम्मीदें पाल रखी थीं। उनकी अचानक मृत्यु ने न केवल परिवार, बल्कि पूरे गांव को मातम में डुबो दिया।
इस घटना ने शादी की खुशियों को पूरी तरह मातम में बदल दिया। परिजनों और ग्रामीणों का रो-रोकर बुरा हाल है, लेकिन आत्महत्या के पीछे का कारण अभी तक रहस्य बना हुआ है। कोई भी इस बारे में खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। बरुन पुलिस सभी संभावित पहलुओं की जांच कर रही है, जिसमें मुकेश के मानसिक स्वास्थ्य, पारिवारिक स्थिति, और अन्य परिस्थितियों पर गौर किया जा रहा है। यह त्रासदी न केवल मौआर खैरा गांव के लिए, बल्कि पूरे औरंगाबाद क्षेत्र में मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक समर्थन की आवश्यकता को उजागर करती है।
-रिपोर्टर: दीनानाथ