नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने झारखंड में आयुष्मान भारत योजना के तहत हो रही अनियमितताओं को उजागर करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल आयुष्मान कार्ड धारकों को भ्रमित कर उनसे जबरन पैसे वसूल रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि गरीब, दलित और आदिवासियों को ठगने का यह संगठित प्रयास मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री की मिलीभगत से हो रहा है। बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया पर अपने विचार साझा करते हुए इस गोरखधंधे को खत्म करने की मांग की और इसे राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र पर गंभीर आघात बताया।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नल-जल योजना, पीएम आवास योजना और आयुष्मान भारत योजना जैसी जनकल्याणकारी योजनाओं में व्यापक स्तर पर गड़बड़ियां हो रही हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वह इस राजनीति से ऊपर उठकर आयुष्मान योजना के पीड़ित लाभार्थियों से जबरन वसूली की गई धनराशि को वापस कराएं। इसके अतिरिक्त, मरांडी ने आम जनता से आग्रह किया कि अगर उनके साथ भी अस्पतालों ने इस तरह की धोखाधड़ी की है, तो वे संपर्क करें। उन्होंने वादा किया कि वह पीड़ितों के लिए हरसंभव मदद करेंगे और उनकी जबरन वसूली की गई राशि वापस दिलाने का प्रयास करेंगे।
बाबूलाल मरांडी ने अपनी बात को और मजबूती देने के लिए राज्य में जनता से सीधा संवाद स्थापित करने की योजना बनाई है। उनका उद्देश्य है कि इस मुद्दे को अधिक प्रभावी तरीके से उठाया जा सके और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए। उन्होंने यह सुनिश्चित करने की बात कही कि आयुष्मान भारत योजना जैसी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ सही और जरूरतमंद लोगों तक पहुंचे, ताकि भविष्य में इस प्रकार की अनियमितताओं पर रोक लग सके। उनके इस बयान से राज्य की राजनीति में हलचल तेज हो गई है।