रामगढ़ के भुरकुंडा पटेलनगर स्थित जय गुरुदेव धाम में शनिवार, 31 मई को बाबा मातुदानन्द जी की 56वीं समाधि वर्षगांठ समारोह पूरे श्रद्धा और भक्ति भाव के साथ मनाया जाएगा। इस अवसर पर रांची के ट्रस्टी विजय लक्ष्मी शर्मा और उनके परिवार द्वारा बाबा का विशेष पूजन किया जाएगा। समारोह की शुरुआत शुक्रवार शाम को भजन-कीर्तन के साथ हुई, जो भक्तों के बीच आध्यात्मिक उत्साह का संचार कर रही है। 31 मई को भजन-कीर्तन के समापन के बाद प्रसाद वितरण और भव्य भंडारे का आयोजन होगा, जिसमें सैकड़ों भक्तों के शामिल होने की उम्मीद है। यह आयोजन बाबा के प्रति श्रद्धा और उनके आध्यात्मिक योगदान को याद करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
- बाबा मातुदानन्द जी का आध्यात्मिक सफर
बाबा मातुदानन्द जी का समाधि स्थल पटेलनगर में स्थित है, जहां वे 31 मई 1969 को समाधि में लीन हुए थे। तब से प्रत्येक वर्ष इस दिन उनके भक्त इस पवित्र स्थल पर एकत्रित होकर पूजा-अर्चना और भक्ति भजनों के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। बताया जाता है कि बाबा मातुदानन्द जी सन 1961 में सवाड़ा पुली, कलकत्ता से ज्वारभाटा में बहकर इस क्षेत्र में आए थे। वे भगवान श्री कृष्ण के अनन्य भक्त और गुरु नरहरिदास के शिष्य थे। उनकी शिक्षाएं और आध्यात्मिक मार्गदर्शन आज भी भक्तों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। यह समारोह उनके त्याग, भक्ति और मानव सेवा के संदेश को जीवंत रखने का एक प्रयास है। - भक्तों और आयोजकों की एकजुटता
इस समारोह को सफल बनाने के लिए शर्मा परिवार और स्थानीय भक्त पूरी तन्मयता से जुटे हुए हैं। भजन-कीर्तन, पूजा और भंडारे की तैयारियां जोरों पर हैं, जो इस आयोजन को और भी भव्य बनाने में सहयोग कर रही हैं। जय गुरुदेव धाम का यह वार्षिक आयोजन न केवल बाबा मातुदानन्द जी के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि समुदाय में एकता और आध्यात्मिक चेतना को भी बढ़ावा देता है। भक्तों का उत्साह और आयोजकों का समर्पण इस समारोह को एक अविस्मरणीय अनुभव बनाने के लिए तैयार है।
-रिपोर्टर: कुमार मिश्रा