झारखंड में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। हाल ही में, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने महिलाओं से अपील की है कि वे ऐसी सरकार चुनें जो उनके अधिकारों की रक्षा करे। उन्होंने हेमंत सोरेन सरकार पर आरोप लगाया कि उनके कार्यकाल में अपराधों का ग्राफ बढ़ा है। बाबूलाल मरांडी ने कहा, “महिलाओं की सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा के लिए एक मजबूत और जिम्मेदार सरकार की आवश्यकता है। वर्तमान सरकार महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रही है।” उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों की रक्षा के लिए जागरूक होना चाहिए और सही सरकार का चुनाव करना चाहिए ।
सरकार ने इस आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हेमंत सोरेन सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार ने महिलाओं के खिलाफ अपराधों को रोकने के लिए कई योजनाएं और कार्यक्रम शुरू किए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार महिलाओं की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है और इस दिशा में लगातार काम कर रही है। उन्होंने बाबूलाल मरांडी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह केवल राजनीतिक लाभ के लिए लगाए गए आरोप हैं ।
जनता की प्रतिक्रिया भी मिली-जुली रही है। कुछ लोग बाबूलाल मरांडी के आरोपों को सही ठहरा रहे हैं, जबकि कुछ इसे राजनीतिक साजिश मान रहे हैं। जनता का कहना है कि सरकार को महिलाओं की सुरक्षा के लिए और भी सख्त कदम उठाने चाहिए। वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि हेमंत सोरेन सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं और उन्हें और भी सख्ती से लागू किया जाना चाहिए। इस बीच, चुनावी माहौल गरमाया हुआ है और सभी दल अपने-अपने चुनावी अभियान में जुटे हुए हैं ।