झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन पर निशाना साधा. उन्होंने विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा और दूसरे राज्यों में झारखंड की बन रही छवि एवं शराब नीति में हुए घोटाले को लेकर जमकर निशाना साधा. साहिबगंज जिले में 1000 करोड़ के खनन घोटाले का मुख्य आरोपी पंकज मिश्रा को लेकर भी बाबूलाल मरांडी ने सीएम हेमंत सोरेन पर निशाना साधा और कहा कि “पंकज को यूं भगवान के भरोसे पर मत छोड़िए।”
ट्वीट में लिखा ‘यूज एंड थ्रो’ मत करिए
बाबूलाल मरांडी ने अपने ट्वीट में लिखा कि “खबर आ रही है कि साहिबगंज 1000 करोड़ खनन घोटाले के मुख्य आरोपी पंकज मिश्रा जो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के विधायक प्रतिनिधि है, की तबीयत ज़्यादा ख़राब है। क़ैदी के रूप में उन्हें इलाज के लिये दिल्ली ले ज़ाया गया है। उनका स्वस्थ रहना बेहद ज़रूरी है। मुख्यमंत्री हेमंत जी से अनुरोध है कि आप “यूज एंड थ्रो” मत करिये।
पंकज को यूँ ही उसके हाल पर भगवान भरोसे मत छोड़िये। पाप लगेगा आपको। आपका फ़र्ज़ और कर्तव्य है कि व्यक्तिगत रूप से ध्यान देकर पंकज को बेहतर इलाज मुहैया कराने का इंतज़ाम कराइये।आख़िर जिस लूट महापाप की सजा वो भुगत रहा है उसके सरग़ना भी तो आप ही हैं न और उसने जो भी किया आपके कहने पर आपके लिये ही तो किया है।”
शराब घोटाले को लेकर भी किया ट्वीट
बाबूलाल मरांडी ने अपने ट्वीट में लिखा कि “मेरे गृह ज़िले गिरिडीह में शराब कंपनी और सेल्समैन की साठगांठ से करोड़ों रुपए के गबन का मामला प्रकाश में आया है।दिलचस्प बात यह है कि इसमें भी उसी “छत्तीसगढ़ी कंपनी” की संलिप्तता सामने आई है जो वहाँ जाँच के आँच में फँस चुकी है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार ने शराब नीति के नाम पर घोटाले का ऐसा जाल बुना कि इसमें झारखंड और सोरेन राज परिवार के “झारखंडी राजकुमार” को भी फंसा लिया।
हेमंत सोरेन जी किस लालच में “छत्तीसगढ़ मॉडल” को अपनाने के लिए लालायित थे?राजस्व की हो रही भारी क्षति की जिम्मेदारी कौन लेगा?सरकार का माय बाप कौन है? मैं फिर कह रहा हूँ, आने वाले दिनों में झारखंड में भी शराब घोटाले का बहुत बड़ा मामला सामने आएगा।हाँ, जाँच एजेंसियों का हाथ “साहब” के गले तक भी जाना तय मानिये। बस इंतज़ार करिये और आगे-आगे देखते जाईये।”
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