रांची. 6 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद एक बार फिर बांग्ला सांस्कृतिक मेला का आयोजन हो रहा है। इसका शुभारंभ 5 मई 2023 को संध्या 7:00 बजे झारखंड राज्य के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के दीप प्रज्ज्वलन एवं उदघोष के साथ शुभारंभ होगा तथा समापन 7 मई संध्या 7:00 बजे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के गरिमामय उपस्थिति में नव संकल्प के साथ समापन होगा। महोत्सव के द्वितीय दिवस में झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो मुख्य अतिथि के तौर शामिल होंगे। बता दें कि तीन साल विश्वव्यापी कोरोना महामारी ने भी इस आयोजन पर खलल डाला।
बांग्ला सांस्कृतिक मेला के पहले दिन की पहली प्रस्तुति कोलकाता के विश्वव्यापी प्रतिष्ठित नृत्य गोष्ठी डांसर गिल्ड के रंगारंग उत्सव नृत्य की होगी। शुभ संध्या की द्वितीय प्रस्तुति कई राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त नाट्य संस्था मऊ लाली कला शिल्पी के हास्य नाटिका की होगी। इसके बाद संत कबीर गायन प्रस्तुत किया जाएगा। महोत्सव की दूसरी शाम कोलकाता के प्रतिष्ठित पंचम म्यूजिकल ग्रुप द्वारा 50 के दशक से शुरू बांग्ला सिनेमा जगत के वर्तमान काल तक के सर्वश्रेष्ठ एवं जन कर्णप्रिय प्रचलित गीतों की होगी।
महोत्सव के तृतीय एवं अंतिम दिन की शुरुआत चिर स्मरणीय लोक गान एवं वाद के साथ होगी, जिसका संचालन प्रतिष्ठित लोक गायन समूह दोहार के गीत, बाउल गीत एवं बांग्ला सूफी गीतों से होगा। मेला में आम जनों के निशुल्क आबाद उपस्थिति रहेगी, जो संपूर्ण मेला के साक्षी कृतन्या बनेंगे। सांस्कृतिक प्रस्तुति 58x28x4 फीट के विशाल मंच पर होगी, तथा संपूर्ण मेला प्रांगण को सतरंगी रंगों में सजाया जाएगा, मेला 35 बंगला परिधान साहित्य, कला कृत्य के प्रदर्शनी सह बिक्री हेतु 35 स्टालो का स्थाई निर्माण किया जाएगा, जिसकी सहयोग राशि 11000.00 एवं आकार 13 फीट x 8 फीट x 10 फीट की होगी, मेला प्रांगण में 10 पवेलियन का अस्थाई निर्माण किया जाएगा, तथा बांग्ला खाद्य पदार्थ एवं पेय की विशाल व्यवस्था प्रांगण के फूड कोर्ट में होगी।