- बेतला में मनाया गया 16वां विश्व बाघ दिवस, संरक्षण व सह-अस्तित्व पर हुआ मंथन
- बाघों की रक्षा, जंगलों की सुरक्षा से जुड़ा जनजागरण अभियान बना आयोजन
बेतला (लातेहार)। पलामू टाइगर रिजर्व के बेतला नेशनल पार्क में मंगलवार को 16वां अंतरराष्ट्रीय विश्व व्याघ्र दिवस भव्य रूप से मनाया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन झारखंड सरकार के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर, पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू, विधायक रामचंद्र सिंह, वन विभाग के अधिकारी केएसआर नटेश सहित अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलन कर किया।
इस मौके पर बाघ संरक्षण, मानव-बाघ संघर्ष, और पुनर्वास योजनाओं पर विस्तार से मंथन हुआ। वित्त मंत्री किशोर ने कहा, “जब तक बाघ सुरक्षित रहेंगे, जंगल जीवित रहेंगे।” उन्होंने इसे केवल कार्यक्रम नहीं, बल्कि हमारी संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया।
डीआईजी नौशाद आलम ने पर्यावरण संरक्षण को सभी की साझा जिम्मेदारी बताया। उन्होंने कहा कि जलवायु संकट और घटता जलस्तर चेतावनी है कि हमें समय रहते जागना होगा। बाघ संरक्षण के साथ हमें प्राकृतिक संसाधनों के संतुलित उपयोग पर भी ध्यान देना चाहिए।
पर्यटन मंत्री सोनू ने बेतला को झारखंड का पर्यटन गौरव बताया और कहा कि सरकार इसे वैश्विक नक्शे पर उभारने को प्रतिबद्ध है।
कार्यक्रम में वन्यजीव विशेषज्ञों, स्कूली बच्चों, वनकर्मियों व ग्रामीणों ने भी भाग लिया। बाघ संरक्षण पर संवाद के साथ सभी ने जनभागीदारी की शपथ ली।
बेतला पार्क, जैव विविधता का केंद्र है, जहां बाघ, हाथी, तेंदुआ, गौर, चीतल और अनेक पक्षियों की दुर्लभ प्रजातियां पाई जाती हैं।