दरभंगा जिले के जमालपुर थाना क्षेत्र में एक बार फिर बिहार की विवादित परंपरा ‘पकड़वा विवाह’ का चेहरा सामने आया है। इस बार निशाना बने एक BPSC पास शिक्षक, राकेश कुमार, जो मध्य विद्यालय ढंगा में कार्यरत थे। राकेश कुमार का अपहरण तब हुआ जब वह अपने किराए के घर से स्कूल जाने के लिए निकले थे। अपहरण के बाद परिवार ने बताया कि शिक्षक को दरभंगा और समस्तीपुर के सीमावर्ती इलाके में बंधक बनाकर रखा गया है। अपहरण की यह घटना न केवल एक व्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है, बल्कि यह समाज के नैतिक और सांस्कृतिक ढांचे पर भी गंभीर सवाल उठाती है।
जमालपुर थानाध्यक्ष राहुल कुमार ने मामले की पुष्टि की है और बताया कि परिजनों के आवेदन के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। राकेश की बरामदगी के लिए पुलिस ने व्यापक छापेमारी अभियान शुरू कर दिया है। इस घटना ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है और लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि ऐसी घटनाएँ अभी भी क्यों होती हैं। राकेश के अपहरण से जुड़े घटनाक्रम ने राज्य की कानून व्यवस्था और सामाजिक सोच पर गहरी चोट की है। प्रशासनिक स्तर पर इसे लेकर तेजी से कार्रवाई की जा रही है।
बिहार में ‘पकड़वा विवाह’ की परंपरा वर्षों से चली आ रही है, जहाँ जबरन विवाह के लिए युवकों का अपहरण किया जाता है। आधुनिक युग में भी ऐसी घटनाओं का सामने आना बेहद चिंताजनक है। यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि समाज को इस कुरीति के खिलाफ जागरूक करने की कितनी आवश्यकता है।