झारखंड में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भाजपा ने सात महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, जो अपने पिता, पति या ससुर की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाएंगी। इन महिला उम्मीदवारों का चयन पार्टी ने उनके परिवार की राजनीतिक पृष्ठभूमि और उनके व्यक्तिगत योगदान को ध्यान में रखते हुए किया है। भाजपा का मानना है कि ये महिलाएं न केवल अपने परिवार की विरासत को आगे बढ़ाएंगी, बल्कि पार्टी के लिए भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी ।
इन महिला उम्मीदवारों में से एक हैं राधिका सिंह, जो अपने पिता के राजनीतिक करियर को आगे बढ़ाने के लिए चुनावी मैदान में उतरी हैं। राधिका का कहना है कि उनके पिता ने हमेशा जनता की सेवा की है और वे भी उसी मार्ग पर चलना चाहती हैं। उन्होंने कहा, “मेरे पिता ने हमेशा जनता की भलाई के लिए काम किया है और मैं भी उन्हीं के पदचिह्नों पर चलकर जनता की सेवा करना चाहती हूं ।”
दूसरी ओर, सविता शर्मा अपने पति की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए चुनाव लड़ रही हैं। सविता का कहना है कि उनके पति ने हमेशा समाज के कमजोर वर्गों के लिए काम किया है और वे भी उन्हीं के सपनों को साकार करना चाहती हैं। उन्होंने कहा, “मेरे पति ने हमेशा समाज के कमजोर वर्गों के लिए काम किया है और मैं भी उन्हीं के सपनों को साकार करना चाहती हूं ।”
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इन महिला उम्मीदवारों का चयन पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा, “हमने इन महिला उम्मीदवारों का चयन उनके परिवार की राजनीतिक पृष्ठभूमि और उनके व्यक्तिगत योगदान को ध्यान में रखते हुए किया है। हमें विश्वास है कि ये महिलाएं न केवल अपने परिवार की विरासत को आगे बढ़ाएंगी, बल्कि पार्टी के लिए भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी ।”
जनता की प्रतिक्रिया भी सकारात्मक रही है। लोग इन महिला उम्मीदवारों के चुनावी मैदान में उतरने को एक सकारात्मक कदम मान रहे हैं और उन्हें समर्थन देने की बात कह रहे हैं। जनता का कहना है कि ये महिलाएं अपने परिवार की विरासत को आगे बढ़ाने के साथ-साथ समाज के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देंगी ।