कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की पीड़िता के बलात्कार और हत्या के मामले में सीबीआई ने फोरेंसिक रिपोर्ट पर संदेह जताया है। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को नई रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है। सीबीआई ने फोरेंसिक नमूनों की प्रामाणिकता पर सवाल उठाते हुए कहा कि नमूने किसने लिए, यह जानकारी महत्वपूर्ण है। एजेंसी ने नमूनों को दोबारा जांच के लिए एआईआईएमएस दिल्ली और अन्य फोरेंसिक लैब्स में भेजने की योजना बनाई है।

सीबीआई ने प्रारंभिक फोरेंसिक रिपोर्ट और पोस्ट-मॉर्टम के समय में पाई गई विसंगतियों पर भी संदेह जताया है। एजेंसी का मानना है कि नमूनों की सही तरीके से जांच नहीं की गई है, जिससे मामले की सच्चाई सामने नहीं आ पाई है। इस संदर्भ में, सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया कि मामले की निष्पक्ष जांच के लिए नमूनों को दोबारा जांचा जाए।
इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को मामले की जांच करने का आदेश दिया था और राज्य पुलिस की जांच पर सवाल उठाए थे। कोर्ट ने कहा था कि मामले की गंभीरता को देखते हुए निष्पक्ष और विस्तृत जांच आवश्यक है। अब, सीबीआई की नई रिपोर्ट और नमूनों की दोबारा जांच से उम्मीद है कि मामले की सच्चाई सामने आएगी और न्याय मिलेगा।










