चतरा : जिला पुलिस ने एक नाबालिग युवती सहित दोहरे अपहरण कांड का खुलासा किया है। पुलिस का कहना है कि नाबालिग युवती और युवक का अपहरण नहीं हुआ था बल्कि प्रेम प्रसंग में दोनों फरार हो गए थे। उक्त जानकारी एसडीपीओ सिमरिया अशोक रविदास ने दी।
15 जून को लड़की के पिता ने दर्ज कराया था मामला
एसडीपीओ सिमरिया अशोक रविदास ने बताया कि घटना चतरा जिले के पथलगड्डा थाना क्षेत्र के नोनगांव की है। जहां 15 जून को एक लड़की के पिता ने गांव के ही युवक बादल साव पर अपनी नाबालिग पुत्री के अपहरण का मामला थाना में दर्ज कराया था। पुलिस इस मामले में जब तक जांच प्रारंभ करती इसके पहले ही ठीक दूसरे दिन थाना में बादल के परिजनों ने भी उसके अपहरण होने का आवेदन दे दिया।
पुलिस को कैसे मिली जानकारी ?
उन्होंने कहा कि दोनों मामले में एसपी राकेश रंजन के निर्देश पर जांच प्रारंभ किया गया। इसी दौरान एसपी को गुप्त सूचना मिली की बादल हजारीबाग जिले के विशुनगढ़ थाना क्षेत्र में देखा गया है। इसी सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एसडीपीओ के नेतृत्व में थाना प्रभारी सुनील कुमार और सैप जवानों को लेकर एक विशेष छापेमारी दल का गठन किया गया।
यहां से मिले प्रेमी युगल
एसडीपीओ ने कहा कि जब पुलिस विष्णुगढ़ पहुंची तो बादल वहीं एक कमरे में रहते हुए पाया गया। उसके कमरे से ही पुलिस ने नोनगांव से अपहरण की गई लड़की को भी बरामद किया। पुलिस की टीम दोनों को पकड़कर चतरा ले आयी और पूछताछ के बाद न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। एसडीपीओ ने बताया कि यह मामला अपहरण का नहीं था बल्कि प्रेम प्रसंग के मामले में घरवालों के साथ-साथ पुलिस को दिग्भ्रमित करने के लिए साजिश रची गई थी।









