रांची: ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के ठिकानों पर लगातार दूसरे दिन भी जारी रही. दूसरे दिन ईडी ने उन्हें अशोक नगर स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया है, इस से पहले वीरेंद्र राम और आलोक रंजन ईडी की हिरासत में थे. मंगलवार को छापेमारी के दौरान ईडी को उनके घर से डेढ़ करोड़ से अधिक के जेवरात मिले थे. ईडी सूत्रों की मानें तो बरामद जेवरात के अलावा 20 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति के कागजात भी मिले हैं. ग्रामीण विकास विभाग के इंजीनियर वीरेंद्र राम से जुड़े 24 ठिकानों पर ईडी ने रेड डाला. जहां मंगलवार सुबह से ही छापेमारी चली. ईडी के अधिकारी छापेमारी के बाद वहां से निकल गए. जानकारी के मुताबिक एक पेन ड्राइव मिला है जिसमें कई तरह के डेटा हैं, कहा जा रहा है कि उस पेनड्राइव में ठेकेदारों से पैसे लेने और कई नेताओं को पैसे पहुंचाने के सबूत हैं. जिसके बाद कई और लोग ईडी की रडार में आने वाले हैं.
विस चुनाव के दौरान मिले थे 2.5 करोड़
चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है. पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान उसके घर से लगभग 2.5 करोड़ रुपये नगद मिले थे. खबर तो ये भी है कि उनकी पत्नी राजकुमारी जुगसलाई विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थी. वीरेंद्र राम आय से अधिक कमाई की मदद से जमशेदपुर के सोनारी में अपार्टमेंट, मानगो के ग्रीन वाटिका में दो डुप्लेक्स खरीदी है. वीरेंद्र राम के पास रांची ,पटना और सीवान में करोड़ो की अवैध संपत्ति है.
कई जांचों में घिरे हैं वीरेंद्र राम
बता दें कि वीरेंद्र राम पर पहले से आय से अधिक संपत्ति मामले में एसीबी की जांच चल रही है. इन्हें पद से हटाने के लिए झारखंड हाईकोर्ट में भी मामला चल रहा है. वीरेंद्र राम ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के मुख्य अभियंता के रूप में कार्यरत थे. उन्हें जनवरी के पहले सप्ताह में मुख्य अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग का प्रभार दिया गया है.