EPFO ने UAN जनरेट और एक्टिवेट करने के लिए फेस ऑथेंटिकेशन की नई तकनीक लॉन्च की है, जिससे यह प्रक्रिया अब और भी सरल हो गई है। अब UMANG ऐप और AadhaarFaceRD ऐप की मदद से कर्मचारी बिना किसी कागजी प्रक्रिया के आसानी से अपना UAN सक्रिय कर सकते हैं। पहले UAN एक्टिवेशन की प्रक्रिया में कई कठिनाइयाँ थीं, जैसे OTP समस्याएँ और मोबाइल नंबर गलत या गायब होना। लेकिन अब सिर्फ स्मार्टफोन और कुछ क्लिक के जरिए यह प्रक्रिया पूरी की जा सकती है। 2024-25 में सिर्फ 30% UAN सक्रिय हो पाए थे, लेकिन इस नई तकनीक से इस आँकड़े में वृद्धि की उम्मीद की जा रही है।
UMANG ऐप ने UAN एक्टिवेशन को बेहद आसान बना दिया है। यह ऐप, जिसे भारत सरकार ने डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के लिए बनाया है, अब UAN जनरेट और एक्टिवेट करने की नई सेवा प्रदान करता है। इसके लिए बस UMANG ऐप और AadhaarFaceRD ऐप को डाउनलोड करना होता है। कर्मचारी को “UAN Allotment and Activation” विकल्प पर जाकर अपना आधार और मोबाइल नंबर डालना होता है। फिर लाइव फोटो के जरिए चेहरे की पहचान करवाई जाती है और UAN तुरंत एक्टिव हो जाता है। यह तकनीक न केवल तेज है, बल्कि पूरी तरह से सुरक्षित भी है।
फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक ने UAN एक्टिवेशन को और अधिक सुरक्षित बना दिया है। पारंपरिक तरीकों में जहाँ OTP और डेमोग्राफिक वेरिफिकेशन में त्रुटियों की संभावना रहती थी, वहीं चेहरों की पहचान के माध्यम से सटीकता सुनिश्चित होती है। यह नई प्रणाली न केवल धोखाधड़ी को रोकने में मदद करेगी, बल्कि कर्मचारियों को आत्मनिर्भर भी बनाएगी। अब कर्मचारी अपने नियोक्ता पर निर्भर हुए बिना स्वयं UAN जनरेट और एक्टिवेट कर सकते हैं।