उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पुलिस ने एक बड़े अंतरराष्ट्रीय जाली नोटों के गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह के मास्टरमाइंड और समाजवादी पार्टी की लोहिया वाहिनी के राष्ट्रीय सचिव रफी खान उर्फ बबलू समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इनके पास से 5.62 लाख रुपये के जाली नोट, 1.10 लाख रुपये के असली नोट, तीन हजार नेपाली मुद्रा, 10 देसी तमंचे, 30 गोलियां, 12 खोखा, 4 सुतली बम, 2 नेपाली सिम और 26 फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं। यह गिरोह नेपाल, यूपी और बिहार के सीमावर्ती इलाकों में जाली नोटों का कारोबार करता था।
इस मामले में पुलिस अधीक्षक संतोष मिश्रा ने बताया कि गिरोह के तार नेपाल से जुड़े हुए हैं और यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था। पुलिस ने गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान शेख जमालुद्दीन, नियाजउद्दीन उर्फ मुन्ना, रेहान खान उर्फ सद्दाम, औरंगजेब, मोहम्मद रफी, नौशाद खान, परवेज इलाही उर्फ कौसर अफरीदी, मोहम्मद रफीक उर्फ बबलू खान, हाशिम खान और सिराज हशमती के रूप में की है। पुलिस ने बताया कि गिरोह के चार सदस्य अभी भी फरार हैं और उनकी तलाश जारी है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया है और उनकी संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई भी की जा रही है।
इस घटना के बाद स्थानीय जनता में काफी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि इस तरह के गिरोह समाज में असुरक्षा का माहौल पैदा करते हैं और सरकार को इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। सरकार ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है और कहा है कि जाली नोटों के कारोबार में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना करते हुए लोगों ने उम्मीद जताई है कि इससे जाली नोटों के कारोबार पर अंकुश लगेगा और समाज में सुरक्षा का माहौल बनेगा।