रामगढ़ : पूर्व विधायक ममता देवी लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा से जमानत मिल गई। वे सोमवार को 4ः30 बजे शाम में बाहर निकलीं। उन्हें जेल के मुख्य गेट के पास उनके पति व समर्थकों ने रिसीव किया। 6 अप्रैल को ही झारखंड हाई कोर्ट ने उन्हें जमानत दी थी।
गोला गोली कांड में मिली थी सजा
जमानत मिलने के बाद कोर्ट की प्रक्रिया पूरी करने पर आज वह 122वें दिन बाहर निकल पाई। 8 दिसंबर 2022 को कोर्ट ने गोला गोली कांड में दोषी करार देते हुए उन्हें कस्टडी में ले लिया था जबकि 12 दिसंबर को सजा सुनाया गया था। आज बाहर निकलने के बाद उन्होंने कहा कि जनता की सेवा में आगे भी इसी तरह काम करते रहूंगी।
2024 में चुनाव नहीं लड़ पाने का मलाल
आने वाले 2024 में भले हीं मैं चुनाव नहीं लड़ पाऊंगी लेकिन आम जनता की आवाज जरूर बनूंगी। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर हम लोग आगे उच्च न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाएंगे।
12 अप्रैल को भव्य स्वागत कार्यक्रम का होगा आयोजन
बताया गया कि ममता देवी के जेल से बाहर निकलने के बाद शांतिपूर्ण ढंग से वे अपने संबंधी के आवास में 11 अप्रैल तक रहेगी। 12 अप्रैल को रामगढ़ में भव्य स्वागत कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। पटेल चौक पर उनका स्वागत होगा और इसके बाद मुख्य चौक चौराहा से होते हुए जिस जगह पर गोली कांड हुआ था वहां कार्यक्रम का समापन होगा।
ममता देवी के विदा होने पर महिला बंदियों की छलकी आंखें
कारा प्रशासन और जेल सूत्र से मिली जानकारी के मुताबिक जब ममता देवी जेल से बाहर निकल रही थी तो वहां रह रही महिला बंदियों की आंखें छलक आई। इस पर सुपरिटेंडेंट कुमार चंद्रशेखर ने कहा कि महिला बंदियों में बिछड़ने का गम है। क्योंकि ममता देवी ने अपने कुशल व्यवहार से उनके दिल में जगह बना ली है। उन्होंने जेल में रहते हुए कभी भी अतिरिक्त सुख सुविधा की मांग नहीं की। वह सामान्य बंदियों की तरह और उनके साथ रही और बंदियों के सुख-दुख में हर वक्त साथ रहती थी।










