◆ झारखंड राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन
◆ 12 से 28 नवंबर 2025 तक जिले के विभिन्न स्थलों पर स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का किया जा रहा है आयोजन
◆ उपायुक्त ने द्वीप प्रज्ज्वलित कर की कार्यक्रम की शुरुआत, रक्तदाता को ब्लड डोनर सर्टिफिकेट से किया गया सम्मानित
◆ स्वैच्छिक रक्तदान शिविर आयोजन संबंधी प्रचार वाहन को उपायुक्त ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
◆ उपायुक्त ने की लोगों से रक्तदान की अपील, कहा रक्तदान महादान, मानव जाति के कल्याणार्थ बेहतरीन उपहार
आज दिनांक 12 नवंबर 2025 को राज्य स्थापना रजत जयंती के अवसर पर सदर अस्पताल गढ़वा परिसर में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य रूप से उपायुक्त समेत उप विकास आयुक्त, सीआरपीएफ कमांडेंट, सिविल सर्जन, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, विभिन्न चिकित्सा पदाधिकारी, स्वास्थ्य कर्मी व काफी संख्या में आम जनमानस उपस्थित थें। कार्यक्रम का शुभारंभ विधिवत रूप से उपायुक्त दिनेश यादव समेत अन्य मंचासिन पदाधिकारियों द्वारा द्वीप प्रज्ज्वलित कर की गई।

उपायुक्त श्री यादव ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि रक्तदान महादान है। यह मानव जाति के कल्याण के लिए सबसे बेहतरीन उपहार है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक योग्य व्यक्ति को रक्तदान अवश्य करना चाहिए। रक्तदान कर किसी जरूरतमंद व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है, जो मानव जाति की सच्ची सेवा है। उन्होंने रक्तदान को लेकर कई महत्वपूर्ण बातें कही। उन्होंने कहा कि कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है बशर्ते की कोई गंभीर बीमारी से पीड़ित ना हो। उन्होंने कहा कि रक्तदान करने से किसी प्रकार की कमजोरी नहीं होती है और ना ही इसका कोई नुकसान है। नियमित अंतराल पर एक स्वस्थ एवं योग्य व्यक्ति को रक्तदान अवश्य करना चाहिए। उन्होंने इसके प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने की अपील की। साथ ही सभी रक्तदाताओं से कहा कि वह भी रक्तदान हेतु अपने परिजनों मित्रों एवं अन्य लोगों को प्रेरित करें। मौके पर उपस्थित सिविल सर्जन डॉक्टर जे एफ कैनेडी ने भी रक्तदान के प्रति लोगों को जागरूक किया तथा रक्तदान के प्रति लोगों में फैली भ्रांतियों को दूर किया। उन्होंने कहा कि रक्तदान महादान है, एक यूनिट ब्लड किसी जरूरतमंद व्यक्ति के जिंदगी को बचा सकता है। मानव रक्त का कोई विकल्प नहीं है। यह किसी कारखाने में निर्मित नहीं किया जा सकता है। अस्पतालों में दिल की सर्जरी, जोड़ों के प्रतिस्थापन सर्जरी, अंग प्रत्यारोपण, समय से पहले जन्मे बच्चे जैसी स्थितियों में, ल्यूकेमिया और कैंसर के उपचार आदि के लिए ब्लड बैंकों में पर्याप्त रक्त का भंडार होना आवश्यक है। कई गर्भवती महिलाओं और थैलेसेमिक बच्चों को खास कर ग्रामीण भारत में सही समय पर रक्त उपलब्ध नहीं होने के कारण उनकी मृत्यु हो सकती है। हम अपने संसाधनों को दूसरों के साथ साझा करने के लिए बहुत सारी चीजें करते हैं, रक्त दान करना एक ऐसा तरीका है जहां हम अपने जीवन का हिस्सा दूसरे इंसान के साथ साझा करते हैं। उप विकास आयुक्त पशुपतिनाथ मिश्रा एवं सीआरपीएफ कमांडेंट ने भी रक्तदान पर विशेष प्रकाश डाला उन्होंने रक्तदान (Blood Donation) करने हेतु लोगों से अपील की एवं उनका उत्साह वर्धन किया।

उक्त स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में उपायुक्त श्री यादव एवं उप विकास आयुक्त श्री मिश्रा द्वारा भी एक-एक यूनिट ब्लड डोनेशन कर लोगों को रक्तदान करने का संदेश दिया गया। मौके पर आयोजित रक्तदान शिविर के दौरान किये गये ब्लड डोनेशन के लिए ब्लड डोनर सर्टिफिकेट से विभिन्न रक्तदाताओं को सम्मानित किया गया। 12 नवंबर से 28 नवंबर 2025 तक कुल 16 दिनों के लिए जिले के विभिन्न स्थलों पर आयोजित किए जाने वाले स्वैच्छिक रक्तदान शिविर के प्रचार प्रसार हेतु कार्यक्रम स्थल, सदर अस्पताल परिसर से प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।











