डंडई प्रखंड एवं पंचायत भवनों का उपायुक्त द्वारा औचक निरीक्षण, लापरवाह कर्मियों पर होगी सख़्त कार्रवाई
गढ़वा। 16 जुलाई 2025 को उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी श्री दिनेश कुमार यादव द्वारा प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय डंडई अंतर्गत पंचायत भवन डंडई एवं पंचायत भवन लवाही कला का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान प्रखंड एवं अंचल कार्यालय के कई कर्मचारी बिना किसी सूचना के अनुपस्थित पाए गए, जिस पर उपायुक्त ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित कर्मियों के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कार्यालय में अनुपस्थित रहना एक गम्भीर लापरवाही है, जिससे आमजन के कार्य बाधित होते हैं।
निरीक्षण के क्रम में डंडई प्रखंड कार्यालय के मुख्य द्वार के बगल में छात्रों के लिए साइकिल असेंबल की जा रही थी, जिसे प्रखंड परिसर के शालीन वातावरण के विरुद्ध मानते हुए उपायुक्त ने इसे अनुचित ठहराया और कड़ी आपत्ति जताई। परिसर में व्याप्त गंदगी एवं अव्यवस्थित स्थिति को देखते हुए तथा प्रखंड कर्मियों की अनुपस्थिति को देखते हुए उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी की कार्यशैली पर असंतोष व्यक्त किया तथा उनसे स्पष्टीकरण तलब किया।
उपायुक्त श्री यादव ने स्पष्ट रूप से कहा कि प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी अपने कर्मियों पर नियंत्रण रखने में विफल रहे हैं, जिसके कारण नियमित उपस्थिति सुनिश्चित नहीं हो पा रही है। उन्होंने दो टूक कहा कि इस प्रकार की लापरवाही से आम नागरिकों के कार्य समय पर नहीं हो पाते, जिसकी भरपाई के लिए लोग बड़ी संख्या में जिले में मंगलवार एवं शुक्रवार को आयोजित जनता दरबार का रुख करते हैं।
निरीक्षण के दौरान यह भी पाया गया कि पंचायत भवन डंडई पूरी तरह से क्रियाशील नहीं है। वहां संचालित प्रज्ञा केंद्र में न तो निर्धारित शुल्क सूची प्रदर्शित थी और न ही वह कार्यशील अवस्था में था। इस पर उपायुक्त ने निर्देश दिया कि सभी पंचायत भवनों में संचालित प्रज्ञा केंद्र नियमित रूप से कार्यरत हों और निर्धारित शुल्क से अधिक राशि की वसूली न हो। ऐसी स्थिति में संबंधित प्रज्ञा केंद्र का लाइसेंस रद्द करते हुए संचालक के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
उपायुक्त श्री यादव ने कहा कि जिले के सभी प्रखंड, अंचल तथा अन्य सरकारी कार्यालयों का औचक निरीक्षण आगे भी लगातार किया जाएगा। निरीक्षण के दौरान यदि कोई भी कर्मी या पदाधिकारी अनुपस्थित पाए गए तो उनके विरुद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने सभी अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि कार्यालयीन उपस्थिति सुनिश्चित करते हुए समयबद्ध ढंग से सभी सरकारी कार्यों का निष्पादन किया जाए।