🔹झारखंड स्थापना के रजत जयंती वर्ष पर टाउन हॉल स्थित नीलाम्बर-पीताम्बर बहुउद्देशीय भवन में जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं का भव्य आयोजन
झारखंड राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में आज गढ़वा जिले में एक भव्य सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक समारोह का आयोजन किया गया। जिले के प्रमुख सांस्कृतिक केंद्र, टाउन हॉल स्थित नीलाम्बर-पीताम्बर बहुउद्देशीय भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन मुख्य अतिथि उपायुक्त दिनेश यादव, कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार, जिला शिक्षा अधीक्षक सह अपर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अनुराग मिंज, प्रभारी अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी कुलदीपक अग्रवाल आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर की। मंचासिन पदाधिकारियों ने झारखंड की 25 वर्षीय विकास यात्रा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रजत जयंती वर्ष राज्य की उपलब्धियों और भावी आकांक्षाओं का प्रतीक है। उन्होंने विद्यार्थियों की रचनात्मक प्रतिभा की सराहना करते हुए इस आयोजन को जिले के लिए “प्रेरणादायक कदम” बताया। विभिन्न प्रतियोगिताओं में छात्रों की उत्साहपूर्ण सहभागिता

जिला स्तरीय कार्यक्रम में सभी प्रखंडों से चयनित प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतियोगिताएँ दो वर्गों यथा- कक्षा 6 से 8 एवं कक्षा 9 से 12 के लिए आयोजित की गईं। इसमें क्विज प्रतियोगिता,पेंटिंग/चित्रकला निबंध लेखन, नृत्य, गायन, नाटक (ड्रामा), कथावाचन पूरे सभागार में बच्चों की ऊर्जा, रंगीन प्रस्तुतियों और प्रतिस्पर्धी भावना से उत्साहपूर्ण माहौल बना रहा। रजत जयंती वर्ष के विशेष थीम “विरासत, प्रगति और आकांक्षाएँ” से प्रेरित अनेक प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम को सार्थक और यादगार बनाया। विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को मेडल, ट्रॉफी एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

उपायुक्त श्री यादव ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि कला, साहित्य, नृत्य, संगीत, नाटक जैसी गतिविधियाँ भी बच्चों के समग्र विकास के लिए आवश्यक हैं। उन्होंने बिरसा मुंडा जयंती के अवसर का उल्लेख करते हुए कहा कि “बिरसा मुंडा के जीवन मूल्य हमें साहस, समर्पण और सामाजिक उत्थान की दिशा में कार्य करने की प्रेरणा देते हैं। विद्यार्थियों को उनके जीवन से सीख लेते हुए आगे बढ़ना चाहिए।” उपायुक्त ने सभी प्रतिभागियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं और बच्चों की प्रतिभा को सराहते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से छात्रों में आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता बढ़ती है।

जिला शिक्षा अधीक्षक अनुराग मिंज ने राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष पर झारखंड की शिक्षा व्यवस्था में हो रहे सकारात्मक परिवर्तनों पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि शिक्षा परियोजना ऐसी प्रतियोगिताओं के माध्यम से बच्चों की रचनात्मकता को मंच प्रदान कर रही है। इससे बच्चे अपनी प्रतिभा पहचानते हैं और उन्हें नए अवसर मिलते हैं। उन्होंने सभी छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को बधाई दी और इसे “समग्र शिक्षा की दिशा में महत्वपूर्ण कदम” बताया।

इस कार्यक्रम में गढ़वा जिले के विभिन्न पदाधिकारी, संकुल समन्वयक, शिक्षक, कार्यकर्ता एवं शिक्षा विभाग के कर्मी बड़ी संख्या में उपस्थित थें। प्रमुख रूप से प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी पूनम श्री, संकुल साधन सेवी सह मीडिया प्रभारी देवेंद्र नाथ उपाध्याय, कार्यालय सहायक पंकज कुमार पाण्डेय, अशोक कश्यप, रविंद्र चौबे, सुरेंद्र चौधरी, दिलीप द्विवेदी सहित अन्य लोग उपस्थित थें।










