- जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सम्पन्न, यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने व सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर दिए गए महत्वपूर्ण निर्देश
गढ़वा। दिनांक 17 जुलाई 2025 को समाहरणालय सभागार में उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी श्री दिनेश कुमार यादव की अध्यक्षता में जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री अमन कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी श्री धीरज प्रकाश, कार्यपालक अभियंता पथ निर्माण विभाग श्री प्रदीप कुमार, नगर परिषद व नगर पंचायत के पदाधिकारी, विधायक प्रतिनिधि सहित संबंधित विभागों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक का मुख्य उद्देश्य सड़क सुरक्षा से जुड़े विभिन्न पहलुओं की समीक्षा करना, जिले में यातायात व्यवस्था को और अधिक प्रभावी एवं सुरक्षित बनाना, साथ ही सड़क दुर्घटनाओं को न्यूनतम स्तर तक लाने हेतु ठोस रणनीति बनाना था।
बैठक के दौरान उपायुक्त श्री यादव ने निर्देश दिया कि जिले में चिन्हित दुर्घटना संभावित स्थलों (Black Spots) पर आवश्यक तकनीकी सुधार, संकेतक बोर्ड, स्पीड ब्रेकर एवं रोशनी की व्यवस्था शीघ्र सुनिश्चित की जाए। साथ ही स्कूली वाहनों की नियमित जांच, हेलमेट और सीट बेल्ट के उपयोग को लेकर सघन जांच अभियान चलाने पर भी बल दिया गया।
उपायुक्त ने कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण विभाग को निर्देश दिया कि राष्ट्रीय राजमार्ग हेल्पलाइन 1033 को सतत क्रियाशील रखते हुए उसे बहुभाषी सहायता सेवा एवं टोल प्लाजा, एम्बुलेंस, गश्ती वाहन जैसी अन्य आपात सेवाओं से प्रभावी रूप से एकीकृत किया जाए। साथ ही उन्होंने आमजन को आपातकालीन स्थिति में हेल्पलाइन नंबर 112 अथवा ‘112 इंडिया’ ऐप के उपयोग के प्रति जागरूक करने की बात कही।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि गढ़वा बाईपास एवं भारतीय राष्ट्रीय राज मार्ग प्राधिकरण के मुख्य जगहों पर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एम्बुलेंस तैनात किए जाए, विद्यालयों, कॉलेजों एवं आम नागरिकों के बीच यातायात नियमों को लेकर व्यापक जन-जागरूकता अभियान चलाया जाये, जिसमें विशेष रूप से छात्रों, वाहन चालकों एवं ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को लक्षित किया जाए।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए शहरी क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी और यातायात नियमों के उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने डीटीओ को यातायात टीम के साथ समन्वय बनाते हुए E-Poss मशीन एवं ब्रेथ एनालाइजर सहित उपकरण उपलब्ध करने की बात कही। साथ ही संबंधित थाना प्रभारी को नियमित रूप से वाहन चेकिंग करने एवं सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया तथा तेज गति, बिना हेलमेट वाहन चलाना एवं नाबालिग चालकों द्वारा वाहन संचालन जैसे मामलों में मोटर वाहन अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया।
आज के बैठक में उपायुक्त ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि सड़क सुरक्षा एक सामूहिक जिम्मेदारी है, जिसमें प्रशासन, पुलिस, परिवहन विभाग के साथ-साथ आम नागरिकों की भी सक्रिय भागीदारी आवश्यक है।