● सिद्धो कान्हो कृषि एवं वनोपज जिला सहकारी संघ लि० गढ़वा का जिला स्तरीय एकदिवसीय कार्यशाला का किया गया आयोजन
● गढ़वा जिला के प्रत्येक प्रखंड में कृषि एवं वनोपज उत्पादों के व्यवसाय हेतु एक MPCS को FPO के रूप में किया गया चिन्हित
सिद्धो कान्हो कृषि एवं वनोपज जिला सहकारी संघ लि० गढ़वा का बहुउद्देशीय सहकारी समिति (MPCS) के सशक्तिकरण विषयक एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन संयुक्त सहकारिता भवन सभागार गढ़वा में किया गया। इस कार्यशाला में उप विकास आयुक्त पशुपतिनाथ मिश्रा, अपर समाहर्ता राज महेश्वरम, वन प्रमण्डल पदाधिकारी सह प्रबंध निदेशक सिद्धकोफेड अंशुमन, जिला कल्याण पदाधिकारी धीरज प्रकाश, जिला आपूर्ति पदाधिकारी देवेंद्र राम, जिला पंचायती राज पदाधिकारी प्रमेश कुशवाहा, जिला कृषि पदाधिकारी खुशबू पासवान समेत महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र, जिला सहकारी संघ के सभी निर्वाचित निदेशक, सभी नामित निदेशक, जिला सहकारी संघ से सम्बद्धता प्राप्त सभी MPCS के प्रतिनिधि, DDM नाबार्ड, DPM JSLPS, CSC मैनेजर गढ़वा, अनुमण्डल अंकेक्षण पदाधिकारी सभी सहकारिता पदाधिकारी, सभी वरीय अंकेक्षण पदाधिकारी, जिला अंतर्गत सभी MPCS के अध्यक्ष, सचिव, सदस्य आदि उपस्थित हुए।

कार्यशाला के माध्यम से अवगत कराया गया कि गढ़वा जिला में सिद्धो कान्हों कृषि एवं वनोपज जिला सहकारी संघ का गठन 17 नवम्बर 2021 को जिला अंतर्गत पैक्स/लैम्पस के 41 सदस्यों के साथ किया गया। वर्तमान में जिला सहकारी संघ में 18 नये MPCS जुड गये और अब कुल 59 सदस्य हो गये हैं।
कार्यशाला में जिला सहकारी संघ के सदस्य हेतु सभी पैक्स/लैम्पस (MPCS) को अवगत कराया गया कि सदस्य दो तरह से बन सकते हैं। पहला, जिसमें साधारण सदस्य पैक्स/लैम्पस (MPCS) हो सकते हैं, जिसकी सदस्यता शुल्क 250 रूपये एवं 5000 हिस्सा पूँजी, कुल 5250 रूपये है। जबकि दूसरा, नाममात्र के सदस्य NGO, JFMC, FPO, वन धन विकास केन्द्र, विशेष प्रकार की सहकारी समितियाँ हो सकती हैं, जिसकी सदस्यता शुल्क 500 रूपये, आवेदन शुल्क 2500 रूपये, कुल शुल्क 3000 रूपये है।

इसमें बताया गया कि नाममात्र के सदस्यों को संघ के लाभ वितरण, प्रबंध में भाग लेने एवं मताधिकार तथा चुनाव में भाग लेने का अधिकार नहीं होगा। वे केवल व्यापार कर सकते हैं। वर्तमान में जिला सहकारी संघ में कुल 58 सदस्य हैं। 55 MPCS, एक व्यापार मंडल एवं दो FPO (कृषक उत्पादक संगठन) हैं।
गढ़वा जिला के मुख्य वनोत्पाद एवं कृषि उत्पाद से अवगत कराया गया जिसमें वनोत्पाद अंतर्गत महुआ फुल, इमली, करंज, चिरौंजी, बहेड़ा आदि है जबकि मुख्य कृषि उत्पाद में धान, सरसो, अरहर, मक्का, गेहूँ आदि है।
राज्य सहकारी के निदेशानुसार गढ़वा जिला के प्रत्येक प्रखंड में कृषि एवं वनोपज उत्पादों के व्यवसाय हेतु एक MPCS को FPO के रूप में चिन्हित किया गया है।
आज के कार्याशाला में उप विकास आयुक्त सह विशिष्ट अतिथि, अपर समाहर्ता, वन प्रमण्डल पदाधिकारी सह प्रबंध निदेशक सिद्धकोफेड ने जिला सहकारी संघ को आगे बढाने हेतु अपने-अपने विचार रखें।
 
			 
			
 








 
 

