दिल्ली के सराय काले खां ISBT बस स्टैंड के बाहर बड़े चौक का नाम बदलकर बिरसा मुंडा चौक कर दिया गया है। इस नामकरण का ऐलान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किया। इस पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने बस स्टॉप की तस्वीर साझा करते हुए कहा कि इस चौक का नाम हमारे भगवान के नाम पर रखना अपमान है। सोरेन ने केंद्र सरकार से सवाल किया कि क्या राजधानी दिल्ली में आदिवासियों के आराध्य के सम्मान के लिए कोई और उपयुक्त स्थान नहीं था। उन्होंने कहा कि सेंट्रल विस्टा का नाम हमारे भगवान पर नहीं रखा जा सकता था?
आदिवासी समाज का अपमान
हेमंत सोरेन ने कहा कि यह झारखंडियों समेत देश के सभी आदिवासियों और मूलवासियों का अपमान है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि इस कदम को तुरंत वापस लिया जाए और भगवान बिरसा मुंडा को उनके प्रतिष्ठा और आस्था के अनुरूप स्थान दिया जाए। सोरेन ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा आदिवासी समाज के नायक हैं और उनके नाम का सम्मान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के लिए भगवान बिरसा मुंडा का महत्व बहुत बड़ा है और उनके नाम का सही सम्मान होना चाहिए।
बिरसा मुंडा की जयंती और आदिवासी समाज
बिरसा मुंडा की जयंती पर केंद्र सरकार ने दिल्ली के सराय काले खां ISBT बस स्टैंड के बाहर बड़े चौक का नाम बदलकर बिरसा मुंडा चौक कर दिया. इस पर हेमंत सोरेन ने आपत्ति जताई और कहा कि यह आदिवासी समाज का अपमान है. उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा का नाम आदिवासी समाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और उनके नाम का सही सम्मान होना चाहिए. सोरेन ने केंद्र सरकार से मांग की कि इस कदम को तुरंत वापस लिया जाए और भगवान बिरसा मुंडा को उनके प्रतिष्ठा और आस्था के अनुरूप स्थान दिया जाए