अमेरिका से 205 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर आया एक सैन्य विमान बुधवार को अमृतसर में उतरा। यह घटना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा से ठीक पहले हुई है। विमान में सवार कुल 30 प्रवासी पंजाब के निवासी थे। श्री गुरु राम दास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमान की लैंडिंग कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुई। पंजाब पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर कार्गो गेट और हवाई अड्डे के अन्य प्रवेश द्वारों को बैरिकेडिंग कर घेर लिया था। अमृतसर हवाई अड्डे के निदेशक, डिप्टी कमिश्नर, पुलिस कमिश्नर और सीआईएफ निदेशक ने इस मामले को लेकर बैठक की थी।
यह घटना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच प्रवास नीति पर चर्चा से पहले हुई है। ट्रंप प्रशासन ने अवैध प्रवासियों पर सख्त कार्रवाई की है और भारत ने अमेरिका को आश्वस्त किया है कि वह अवैध प्रवासियों को वापस लेने में पूरा सहयोग करेगा। अमेरिका से यह पहला मौका है जब इतनी बड़ी संख्या में अवैध भारतीय प्रवासियों को वापस भेजा गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा था कि भारत अवैध प्रवास के खिलाफ है, खासकर जब यह संगठित अपराध से जुड़ा हो।
प्रवासियों की वापसी को लेकर अमेरिका और भारत दोनों देशों के बीच चर्चाएं चल रही हैं। ट्रंप और मोदी की हालिया बातचीत में प्रवास मुद्दे पर विशेष चर्चा हुई थी। ट्रंप ने कहा था कि भारत अवैध प्रवासियों को वापस लेने के सही कदम उठाएगा। भारत ने भी यह पुष्टि की है कि वह अवैध प्रवासियों को वापस लेने के लिए तैयार है, बशर्ते उनके दस्तावेजों की पुष्टि हो। यह घटना दोनों देशों के बीच सहयोग और आपसी समझ को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।